21 दिन में इंदौर, खंडवा और धार के 3368 लोगों ने की विदेश यात्रा, कई ने छिपाई जानकारी
संभाग के तीन जिलों में करीब 3368 लोग 1 से 21 मार्च के बीच विदेश यात्राएं करके लौटे हैं। इनमें सर्वाधिक 3138 लोग इंदौर जिले के हैं, जबकि खंडवा के 150 और धार जिले के 80 लोग शामिल हैं। इनमें वे लोग हैं जो विदेश यात्रा करके दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों के एयरपोर्ट पर उतरे और वहां से ट्रेन, बस, टैक्सी से यात्रा करके अपने शहर और घर तक पहुंचे हैं। इन लोगों ने अब तक अपनी यात्रा की जनकारी छिपाकर रखी है। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने इन लोगों की सूची इंदौर सहित संबंधित जिलों के कलेक्टरों को भेजी है। अब एक-एक यात्री के घर जाकर उनकी मेडिकल जांच कर पता लगाया जाएगा कि कहीं उन्हें कोरोना के लक्षण तो नहीं हैं।
यह सर्वे 24 घंटे में किया जाना है। स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन, पुलिस की संयुक्त टीम घर-घर जाकर इन यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी। इंदौर में करीब 175 अधिकारियों व कर्मचारियों की टीम काम करेगी। इनमें नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी भी शामिल होंगे। कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव ने बताया कि इन यात्रियों का पता लगाकर न केवल उनकी जांच की जाएगी, बल्कि उनसे फॉर्म भी भरवाए जाएंगे। उनकी वर्तमान स्थिति देखकर उनके घर स्टीकर लगाकर उन्हें निश्चित अवधि के लिए होम क्वारंटाइन किया जाएगा।
एक दिन में सर्वे पूरा करने की कोशिश
नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी बुधवार से विदेश से इंदौर आने वाले लोगों का सर्वे करेंगे। किसी व्यक्ति को सर्दी-खांसी या बुखार हुआ तो वे इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देंगे, ताकि उन पर निगाह रखकर उन्हें घर पर आइसोलेट करने या क्वारंटाइन करने को लेकर निर्णय लिया जा सके। निगमायुक्त आशीष सिंह ने इस संबंध में मंगलवार को बैठक लेकर अपर आयुक्तों की इसकी जवाबदारी सौंपी। उन्होंने अधिकतम दो दिन में सारी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देने का लक्ष्य दिया है लेकिन कोशिश है कि सभी 3138 लोगों का सर्वे एक ही दिन में पूरा कर लिया जाए। अपर आयुक्त जोन के अधिकारी-कर्मचारियों को भेजकर सर्वे कराएंगे।
इसमें विदेश से आने वाले लोगों के मोबाइल नंबर लेकर स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम को उपलब्ध कराया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग इन लोगों से सतत संपर्क रखेगा और तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उनके इलाज की व्यवस्था करेगा। कुछ अपर आयुक्तों ने अपने जोन के अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें जिम्मेदारी भी सौंप दी। हर जोन में औसतन 200 लोगों की सूची है जिनके घर पहुंचकर सर्वे करना है। नईदुनिया से चर्चा में निगमायुक्त ने विदेश से आए लोगों के सर्वे की पुष्टि की।