दाऊद को लेकर पाकिस्तान का सबसे बड़ा कबूलनामा, माना कराची के व्हाइट हाउस में रहता है भारत का मोस्ट वांटेड

नई दिल्ली। 1993 मुंबई विस्फोट का मुख्य साजिशकर्ता दाउद इब्राहिम और भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम को लेकर पाकिस्तान का सबसे बड़ा कबूलनामा सामने आया है। पाकिस्तान ने पहली बार माना है कि दाऊद इब्राहिम उसके शहर कराची के व्हाइट हाउस एरिया में रहता है। पाकिस्तान ने आतंकवादियों की लिस्ट जारी की है। पाकिस्तान के द न्यूज अखबार ने ये खबर दी है। फाइनेंशियल एक्‍शन टास्‍क फोर्स यानी FATF को पाकिस्तान ने 88 आतंकियों की जानकारी दी है। हालांकि पाकिस्तान कई सालों से इस बात से इनकार करता रहा है कि उसने 1993 में हुए मुंबई बम धमाकों के आरोपी दाऊद व अन्य आतंकियों को पनाह दी है।

दरअसल, पाकिस्तान ने फाइनेंशियल एक्‍शन टास्‍क फोर्स यानी FATF की ब्लैक लिस्ट में शामिल होने से बचने के लिए शनिवार (22 अगस्त) को अपने यहां के 88 आतंकी गुटों और उनके नेताओं पर सख्त वित्तीय प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। इस लिस्ट में दाऊद इब्राहिम का भी नाम शामिल किया गया है और उसकी संपत्ति जब्त करने की बात कही गयी है।

88 आतंकी गुटों और उन गुटों के सरगनाओं की लिस्ट में दाऊद इब्राहिम के नाम से यह साफ हो गया है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में ही छिपा है। हालांकि, पाकिस्तान ने कभी भी यह बात नहीं कबूली है, लेकिन इस बार मजबूर होकर पाकिस्तान को दाऊद इब्राहिम का नाम लिखना पड़ जिससे उसके उस झूठ से पर्दा उठ गया जो वह दाऊद को लेकर हमेशा कहता आया है।

अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद वित्तपोषण पर निगरानी रखने वाली संस्था ‘वित्तीय कार्रवाई कार्य बल’ (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर आने की कोशिशों के तहत पाकिस्तान ने 88 प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और हाफिज सईद, मसूद अजहर और दाऊद इब्राहीम समेत उनके आकाओं पर कड़े वित्तीय प्रतिबंध लगाए हैं। पाकिस्तानी समाचार पत्र ‘द न्यूज’ की खबर के अनुसार, पाकिस्तान सरकार ने इन आतंकी संगठनों और उनके आकाओं की सभी संपत्तियों को जब्त करने और बैंक खातों को सील करने के आदेश दिए हैं।

बता दें कि, पेरिस स्थित एफएटीएफ ने जून, 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे लिस्ट’ में डाला था और इस्लामाबाद को 2019 के अंत तक कार्ययोजना लागू करने को कहा था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस समय सीमा बढ़ा दी गई थी। ‘द न्यूज’ की खबर के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा जारी नई सूची के अनुपालन में आतंकवादी समूहों के 88 आकाओं और सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए हैं। अधिसूचनाओं में घोषित प्रतिबंध जमात-उद-दावा, जैश-ए-मोहम्मद, तालिबान, दाएश, हक्कानी समूह, अलकायदा और अन्य पर लगाए गए हैं। खबर के अनुसार सरकार ने इन संगठनों और आकाओं की सभी चल और अचल संपत्तियों को जब्त करने और उनके बैंक खातों को सील करने के आदेश दिए हैं।

खबर के अनुसार सईद, अजहर, मुल्ला फजलुल्ला (उर्फ मुल्ला रेडियो), जकीउर रहमान लखवी, मुहम्मद यह्या मुजाहिद, अब्दुल हकीम मुराद, नूर वली महसूद, उजबेकिस्तान लिबरेशन मूवमेंट के फजल रहीम शाह, तालिबान नेताओं जलालुद्दीन हक्कानी, खलील अहमद हक्कानी, यह्या हक्कानी, तथा इब्राहीम और उनके सहयोगी सूची में हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *