मेन्यू में पनीर थाली, चिकन बिरयानी….पढ़िए, मानसून सत्र के लिए संसद में क्या-क्या तैयारियां
कोरोना काल में नियमों में बदलाव के साथ सोमवार से संसद (लोकसभा और राज्यसभा) का मानसून सत्र (Monsoon Session Parliament 2020) शुरू हो रहा है. कोरोना काल में जब संसद की अपनी कैंटीन बंद है तो सांसदों, संसद स्टाफ और मीडियावालों के लिए खाने का विशेष प्रबंध किया गया है. इसमें पनीर थाली से लेकर चिकन बिरयानी तक का ऑप्शन होगा.
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, संसद स्टाफ और मीडियावालों को अपना ऑर्डर एक दिन अडवांस में देना होगा और पैसे भी अडवांस में ही देने होंगे. यह खाना बाहर के अलग-अलग रेस्तरां से बनकर आएगा.
पनीर थाली में पनीर, रोटी, मिठाई, दाल, अचार और जीरा चावल होंगे. इसकी कीमत 105 रुपये होगी. वहीं साउथ इंडियन थाली में इडली, वडा, छोटा डोसा, उत्तपम, सांभर और चटनी मिलेगी. इसकी कीमत 110 रुपये है.
नॉन वेज खानेवालों के लिए दो ऑप्शन होंगे. पहली थाली 150 रुपये की है. इसमें चिकन कटलेट, क्रोइसैन (ब्रेड) उबली हुई सब्जियां और मक्खन मिलेगा. वहीं दूसरी थाली 100 रुपये की है. इसमें चिकन बिरयानी और रायता मिलेगा. वहीं नाश्ते में चीज रोल, सैंडविच, पेटीज, समोसे, कचौड़ी मिलेंगे.
संसद में किस तरह बैठेंगे सांसद
निचले सदन के सदस्यों के बैठने की व्यवस्था के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने कहा कि 257 सांसदों को सदन के मुख्य रूम में और 172 सांसदों को आगंतुकों की गैलरी (Visitors’ Gallery) में बैठाया जाएगा. इसके अलावा लोकसभा के 60 सदस्य राज्यसभा के मुख्य कक्ष में बैठेंगे और इसके अलावा 51 सदस्य उच्च सदन (राज्यसभा) की गैलरी में बैठेंगे.
कार्यवाही को चलाने के लिए लगाई जाएगी LED स्क्रीन
बिरला ने कहा कि राज्यसभा कक्ष में बैठने वाले सदस्य लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेंगे और कार्यवाही ठीक से चलाने के लिए LED स्क्रीन लगाई जाएगी. उन्होंने बताया कि कार्यवाही में भाग लेने वाले सदस्यों की उपस्थिति मोबाइल के जरिए की जाएगी. बिरला ने कहा कि शून्यकाल आधे घंटे का होगा और कोई प्रश्नकाल नहीं होगा, हालांकि लिखित प्रश्न पूछे जा सकते हैं और उनका उत्तर मिलेगा.
कागज का होगा कम से कम इस्तेमाल
बिरला ने कहा कि पहले दिन 14 सितंबर को कार्यवाही सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक चलेगी. जबकि 15 सितंबर से अक्टूबर तक सदन की अन्य कार्यवाही एक बजे से शाम सात बजे तक आयोजित की जाएगी. शनिवार और रविवार को कोई छुट्टी नहीं होगी. कोविड-19 महामारी के मद्देनजर कागज का कम से कम इस्तेमाल करने का प्रयास किया जा रहा है और सांसद अपनी उपस्थिति डिजिटल के जरिए दर्ज कराएंगे.
टेम्परेचर को चेक करने के लिए थर्मल स्कैनर
कोरोनावायरस के बीच आयोजित होने वाले इस सत्र के लिए तेजी से तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें सांसदों की जांच कराने से लेकर लोकसभा और राज्यसभा में दूरी बनाकर बैठने की व्यवस्था करना शामिल है. सदन में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के शरीर के तापमान को जांचने के लिए थर्मल गन और थर्मल स्कैनर का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके अलावा परिसर की स्वच्छता के लिए उचित उपाय किए जाएंगे.