मोदी ने ‘मन की बात’ में जिस कुत्ते का जिक्र किया, उसकी मेरठ में मौत
हेड कांस्टेबल अजीज-उर-रहमान खान ने कहा, “एक चाय स्टाल के मालिक राकेश, आवारा कुत्ते की देखभाल करते थे. हालांकि वह कोविड-19 के कारण लागू किए गए शुरुआती लॉकडाउन के बाद अपने गृहनगर वापस चले गए और कुत्ता यहीं पर रह गया.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में जिस ‘राकेश’ नामक पीएसी के कुत्ते का जिक्र किया गया था, उसकी लीवर और किडनी संक्रमण के कारण मौत हो गई है. इस कुत्ते की मंगलवार को मृत्यु हो गई और उसे प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) के कर्मियों की ओर से पूरे सम्मान के साथ दफनाया गया.
प्रधानमंत्री ने अपने कार्यक्रम में कुत्ते की देखभाल के लिए पीएसी की प्रशंसा की थी. कुत्ते का नाम उसके मालिक राकेश के नाम पर रखा गया था. राकेश एक चाय की दुकान का मालिक था और जिसने कुछ समय के लिए कुत्ते की देखभाल की थी.
हेड कांस्टेबल अजीज-उर-रहमान खान ने कहा, “एक चाय स्टाल के मालिक राकेश, आवारा कुत्ते की देखभाल करते थे. हालांकि वह कोविड-19 के कारण लागू किए गए शुरुआती लॉकडाउन के बाद अपने गृहनगर वापस चले गए और कुत्ता यहीं पर रह गया.”
इसके बाद सभी प्रशिक्षु जवानों, कांस्टेबलों और हेड कांस्टेबलों ने आवारा कुत्ते को खूब प्यार दिया और उसकी देखभाल की. जवानों ने इस कुत्ते का नाम उसके मालिक ‘राकेश’ के नाम पर ही रख दिया. बीमार पड़ने के बाद ‘राकेश’ की पांच वर्ष की उम्र में मौत हो गई.
पुलिस वालों ने दी अंतिम विदाई
मंगलवार को जब PAC जवान अपनी ड्यूटी पर पहुंचे तो राकेश जिंदगी और मौत से जूझ रहा था. कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई. पीएसी के जवानों ने राकेश की अंतिम यात्रा निकाली और उसे कमिश्नरी पार्क में गड्ढे में दफना दिया. जानकारी के मुताबिक कुत्ता कई दिनों से बीमारी से जूझ रहा था. पुलिसकर्मियों ने उसकी जिंदगी बचाने के लिए जीतोड़ मेहनत की. पुलिसकर्मियों के सेवा भाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में पुलिस वालों की प्रशंसा की थी. पीएसी के जवानों ने आग जलाकर उसे गर्मी दी और उसकी दवाई कराई.