किसान आंदोलन ने फिर पकड़ा जोर, बड़ी संख्या में दिल्ली की सीमाओं पर पहुंच रहे प्रदर्शनकारी

सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा, “कम से कम 700-800 ट्रैक्टरों (Tractors) का हमारा जत्था रविवार को टीकरी बार्डर प्रदर्शन स्थल के लिए रवाना हेागा. प्रदर्शन स्थलों पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.

दिल्ली (Delhi) में गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर हिंसा के बाद ढीला पड़ता नजर आ रहा किसान आंदोलन (Farmers Movement) शनिवार को फिर से तेजी पकड़ने लगा. पंजाब से किसानों के कई समूह राष्ट्रीय राजधानी की ओर रुख करने लगे. कई किसान नेताओं ने शनिवार को दावा किया कि अधिकाधिक किसान समूह दिल्ली जा रहे हैं और 2 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसान संगठनों एवं कृषि मजदूरों का रिकॉर्ड जमावड़ा होगा.

भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि उन्हें दिल्ली की सीमाओं पर 2 फरवरी को भारी तादाद की उम्मीद है. शनिवार को पंजाब के संगरूर और मोहाली में किसानों और कृषि मजदूरों ने किसान आंदोलन के समर्थन में भूखहड़ताल रखी. पंजाब के 14 जिलों में 400 स्थानों पर प्रदर्शनकारी किसानों ने नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए और उन्हें वापस लेने की मांग करते हुए केंद्र के पुतले फूंके.

‘दिल्ली बॉर्डर की ओर आ रहे किसान’

भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रहान) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने शनिवार के कहा कि कई क्षेत्रों से लोग आंदोलन में शामिल होने के लिए दिल्ली सीमा जा रहे हैं. उन्होंने कहा, “कम से कम 700-800 ट्रैक्टरों का हमारा जत्था रविवार को टीकरी बार्डर प्रदर्शन स्थल के लिए रवाना हेागा. प्रदर्शन स्थलों पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. संभव है कि 2 फरवरी तक प्रदर्शन स्थलों पर फिर से रिकॉर्ड संख्या में लोग एकत्र हो जाएं.”

प्रदर्शन स्थलों पर एक दिन का उपवास रखा

किसान नेताओं ने शनिवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को ‘सदभावना दिवस’ के रूप में मनाया. उन्होंने दिल्ली-मेरठ राजमार्ग पर गाजीपुर सहित दिल्ली की सीमा पर स्थित विभिन्न प्रदर्शन स्थलों पर एक दिन का उपवास रखा. यह स्थान आंदोलन का अब एक नया मुख्य केंद्र बन गया है, जहां अधिक संख्या में प्रदर्शनकारी उमड़ रहे हैं. गणतंत्र दिवस पर ‘ट्रैक्टर परेड’ के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बाद स्थानीय प्रशासन ने लोगों को स्थान खाली करने को कहा था, जिसके बाद भीड़ कुछ कम नजर आ रही थी.

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन में शामिल होने पहुंचे हैं. हरियाणा और राजस्थान के जिलों के किसान भी यहां पहुंचे हैं. आंदोलनकारी किसान संगठनों के नेताओं ने दावा किया है कि प्रदर्शनकारी फिर पंजाब और हरियाणा से सिंघू तथा टीकरी बॉर्डर पर लौट रहे हैं. प्रशसान हाई अलर्ट पर है. दिल्ली की सिंघू, गाजीपुर और टीकरी सीमाओं पर तथा इनसे लगे इलाकों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं

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