फक्र महसूस होता है कि हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं, राज्यसभा में बोले गुलाम नबी आजाद
नई दिल्ली. राज्यसभा में आज गुलाम नबी आजाद का आखिरी दिन है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने अपने भाषण में कहा, “मेरी हमेशा यह शोच रही कि हम बड़े खुशकिश्मत हैं, जन्नत हिंदुस्तान ही है, मैं तो आजादी के बाद पैदा हुआ लेकिन इंटरनेट पर पढ़ता हूं, उन खुशकिश्मत लोगों में हूं जो पाकिस्तान कभी नहीं गया। लेकिन जब पढ़ता हूं कि वहां किस तरह के हालात हैं, तो मुझे गौरव महसूस होता है कि हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं। विश्व में किसी मुलसमान को अगर गौरव होना चाहिए वह हिंदुस्तान के मुसलमान को गौरव होना चाहिए।”
गुलाम नबी आजाद ने अपने भाषण कि शुरुआत में कहा कि जब कश्मीर के सबसे बड़े एसपी कॉलेज में पढ़ता था मुझे याद है वहां 14 अगस्त भी मनाया जाता था और 15 अगस्त भी मनाया जाता था, आप जानते थे कि 14 अगस्त क्यों मनाया जाता था और उनकी वहां पर संख्या थी, लेकिन ऐसे उन कुछ लोगों में था जो 15 अगस्त मनाते थे और अगले कुछ दिन कॉलेज नहीं जाते थे। उन्होंने कहा कि 30-35 सालों से अफगानिस्तान से लेकर इराक से लेकर और कुछ सालों से पहले से देखें कि किस तरह से मुस्लिम देश खत्म हो रहे हैं।
गुलाम नबी आजाद ने आगे कहा कि एक दूसरे से लड़ाई करते हुए वहां कोई हिंदू नहीं कोई क्रिश्चियन नहीं लेकिन आपस में लड़ रहे हैं, और जो कल्चर है, हमदर्द तो लोग पाकिस्तान के बहुत हैं, मैं कभी गया नहीं, लेकिन जो समाज में बुराइयां हैं, दूसरे मुल्कों के बारे में नहीं कहता, हमारे मुसलमानों में वो बुराइयां खुदा न करे कि कभी भी लाए। आज हम गौरव से कह सकते हैं। विश्व में किसी मुलसमान को अगर गौरव होना चाहिए वह हिंदुस्तान के मुसलमान को गौरव होना चाहिए। लेकिन यहां मजौरिटी कम्युनिटी को भी 2 कदम बढ़ने की जरूरत है, तभी मजोरिटी कम्युनिटी 10 कदम आगे बढ़ेगी, मेरी हमेशा यह सोच रहेगी।”