अल्टीमेटम के कारण सदर बाजार 20 मिनट पहले ही बंद, स्टेशन और इंदरगंज में पहले की तरह खुले रहे बाजार
- मुरार सदर बाजार समय से पहले हुआ बंद, बाड़ा और सराफा ठीक 10 बजे हुए बंद
- इंदरगंज, स्टेशन बजरिया में रात 11 बजे तक खुले रहे बाजार
लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश में सरकार ने सख्ती से कदम उठाए हैं। भोपाल,इंदौर में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, जबकि जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन सहित 8 जिलों में रात 10 बजे बाजार बंद की घोषणा की गई है। बुधवार से रात 10 बजे बाजार बंद होने थे, लेकिन ग्वालियर में सरकार की सख्ती का मिला जुला असर रहा है। कुछ बाजार प्रतिबंध की दहशत के चलते समय से पहले ही बंद हो गए पर कुछ बाजारों में बेखौफ कारोबार होता रहा है। बुधवार रात 10 बजे से 12 बजे तक बाजारों में क्या स्थिति रही इसका आंखों देखा हाल आपको बता रहे हैं।
इंदरगंज, स्टेशन बजरिया बेखौफ खुले बाजार
बुधवार रात 10 बजे के साथ ही जयेन्द्रगंज, पाटनकर बाजार तो बंद हो गए, लेकिन इंदरगंज चौराहा और उसके आसपास सजने वाले बाजार आम दिनों की तरह की खुले नजर आए। रात 11 बजे तक यहां बेखौफ कारोबार होता नजर आया। सिर्फ दुकानदार ही नहीं बल्कि चाट के ठेलों पर बिना मास्क के खड़े लोग कोरोना को आमद देते नजर आए। जब इंदरगंज पुलिस हाथ में डंडा लेकर दुकानों को बंद कराने निकली तो इंदरगंज पर दुकानों के शटर डाउन किए गए। यहां बिल्कुल भी शासन के नियमों का पालन नहीं किया गया है। यही हाल स्टेशन बजरिया का रहा। यहां होटलों को छूट थी पर उनकी आड़ में दुकाने भी खुली नजर आईं। यहां तो पुलिस ने दुकाने बंद कराने की मशक्कत भी नहीं की।
दहशत में 20 मिनट पहले बंद हुआ मुरार बाजार
कोरोना की रोकथाम के लिए 10 बजे से बाजार बंद होने थे। प्रतिबंध के आदेश एक दिन पहले ही जारी किए गए थे। पर मुरार के सदर बाजार, सराफा बाजार में प्रतिबंध की इतनी दहशत नजर आई कि अमूमन रात 10 बजे तक खुलने वाली दुकानें बुधवार को 20 से 30 मिनट पहले ही बंद हो गई थीं। यहां तो मेडिकल स्टोर भी बंद नजर आए। 9.40 तक मुरार के बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ था। यहां पुलिस भी बार-बार राउंड लेती हुई नजर आई।
बाड़ा, सराफा बाजार में सही 10 बजे बंद हुई दुकानें
शहर के सबसे प्रमुख बाजार बाड़ा, सराफा बाजार में व्यवसायियों में संयम और समझदारी दोनों दिखी। वैसे सराफा बाजार और बाड़ा पर रात 11 बजे तक चहल-पहल नजर आती है, लेकिन बुधवार को शासन के आदेश और कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए व्यापारियों ने प्रतिबंध के समय से 10 मिनट पहले ही दुकानों के शटर गिराने शुरू कर दिए। जिस कारण ठीक 10 बजे पूरा बाजार एक साथ बंद हो गया। इसके साथ ही पुलिस की टीमें भी बाजारों में गश्त करती हुईं नजर आईं। कुछ जगह पान की गुमटियां जरूर खुली नजर आई हैं।
सड़कों पर आम दिनों जैसी चहल-पहल
बाजारों में रात 10 बजे से प्रतिबंध का असर मिला जुला देखने को मिला है, लेकिन सड़क पर आम दिनों की तरह की चहल पहल नजर आई है। रात 10 बजे शहर के प्रमुख सड़कों पर जो ट्रैफिक होता था बुधवार को भी उतना ही ट्रैफिक रहा है। सबसे ज्यादा इंदरगंज,रेलवे स्टेशन रोड व मेला रोड पर ट्रैफिक दर्ज किया गया है।
यह है प्रतिबंध
- सार्वजनिक स्थानों, बाजारों व सड़कों पर मास्क न पहनने और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने वालों पर सख्ती की जाएगी।
- रात 10 बजे सभी प्रकार की दुकाने बंद रहेंगी और सुबह 6 बजे के बाद ही खुल सकेंगी।
- सोशल डिस्टेंस व मास्क का पालन नहीं करने वाले दुकानदारों पर जुर्माना की राशि बढ़ाई जा सकती है।
- होली के जुलूस, अन्य जुलूस, मेला आदि पर प्रतिबंधित रहेंगे
- सामाजिक, शैक्षणिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक और राजनैतिक कार्यक्रम जिनमें 100 अधिक व्यक्ति आने की संभावना है उसकी पहले से अनुमति लेनी होगी।
- रैली,यात्रा,चल समारोह, जुलूस,धरना, प्रदर्शन आदि प्रतिबंधित रहेंगे।