अश्लील साइट देखने वालों के नाम उजागर किए, उसी तरह नर्सिंग कांड के दोषियों के नाम बताएं
जेयू में विद्यार्थियों का चार घंटे हंगामा, कुलपति का किया घेराव – 1 से धरने पर बैठक सकते छात्र
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में शुक्रवार को छात्रों ने कुलपति आफिस के बाहर चार घंटे तक हंगामा किया। छात्रों ने कुलपति संगीता शुक्ला से कहा कि जैसे अश्लील साइट देखने वालों के चंद घंटों में नाम उजागर किए हैं, वैसे ही नर्सिंग कांड को अंजाम देने वालों के नाम बताए जाएं, छात्रों को उनके नाम जानने का हक है। साथ ही नर्सिंग कांड की रिपोर्ट भी सार्वजनिक की जाए। छात्रों के आरोपों के जवाब में कुलपति ने कहा कि थाने में एफआइआर दर्ज करा दी है। अब पुलिस जांच कर रही है।
सचिन भदौरिया के नेतृत्व में एनएसयूआइ के पदाधिकारी अपनी पांच मांगों को लेकर जेयू पहुंचे। वे कुलपति के आफिस के बाहर धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे। छात्रों के हंगामे के बाद कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, कुलसचिव आनंद मिश्रा, रेक्टर उमेश होलानी छात्रों की समस्या सुनने के लिए पहुंचे। छात्रों का कहना था कि शिक्षा के मंदिर में अश्लील साइटें देखी जा रही हैं। इन साइटों को देखने वालों का तत्काल पता लगा लिया गया। महिलाओं सहित पुरुषों के नाम उजागर कर दिए, लेकिन नर्सिंग कांड में कौन-कौन दोषी है, उसके नाम अभी तक नहीं बताए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि असली दोषियों को बचाया जा रहा है। आपकी कमेटी ने क्या जांच की है, उसकी रिपोर्ट भी सार्वजनिक की जाए। छात्र अपनी मांगों का ज्ञापन देकर यह कहते हुए चले गए कि वे एक अप्रैल से धरने पर बैठेंगे। नहीं तो नर्सिंग कांड के असली दोषियों पर कार्रवाई की जाए। इस दौरान वंश माहेश्वरी सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे। सचिन भदौरिया का कहना है कि वे एक अप्रैल से स्थायी धरने की तैयारी कर रहे हैं।
विद्यार्थियों ने इन मुद्दों को उठाया
– यूजीसी ने कंप्यूटर साइंस में आपरेटर के पद समाप्त कर दिए हैं, फिर इन पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला है।
– प्रेक्टीकल के अंक जमा व परीक्षा फार्म भरने की तारीख बढ़ाई जाए। त्योहार की वजह से विद्यार्थी परीक्षा फार्म भरने में असमर्थ हैं।
– हर विवि का अपना गेटवे होता है। इस व्यवस्था के होने से विद्यार्थी को अतिरिक्त फीस नहीं देनी पड़ती, वर्तमान में फीस भरने के लिए 100 से 150 रुपये अतिरिक्त देने पड़ रहे हैं।
-कोविड-19 को देखते हुए आनलाइन परीक्षा कराई जाए।