छेड़छाड़ का तत्कालीन कंपू TI केएन त्रिपाठी बर्खास्त
कैबिन में बुलाकर महिला से छेड़छाड़ और उसके ई-रिक्शा में पास में बैठकर सैर करने का सपना देखने वाले तत्कालीन कंपू TI केएन त्रिपाठी बर्खास्त
अपने कैबिन में बुलाकर ई-रिक्शा चलाने वाली महिला से छेड़छाड़ करने वाले तत्कालीन कंपू TI केएन त्रिपाठी को बर्खास्त कर दिया गया है। अक्टूबर 2020 में उनके खिलाफ महिला थाना में छेड़छाड़ और धमकाने का मामला दर्ज किया गया था। FIR होने के बाद TI को सस्पेंड कर दिया गया था। काफी समय तक वह फरार रहे। अभी कुछ दिन पहले ही उनकी जमानत हुई थी, लेकिन उसके बाद गुरुवार को उनको बर्खास्त कर दिया गया है।
अक्टूबर 2020 में कंपू में ई-रिक्शा चलाने वाली 30 वर्षीय रानी (बदला हुआ नाम) निवासी घोसीपुरा अपनी एक सहेली के पति को छुड़ाने के लिए कंपू थाना पहुंची थीं। उस समय TI केएन त्रिपाठी वहां थे। उन्होंने महिला को अपने कैबिन में बुलाया। वहां TI ने महिला के काम के बदले में उसे कुछ शर्तें मानने के लिए कहा। इस दौरान महिला का सोशल मीडिया पर एक मैसेजिंग एप का नंबर ले लिया। इसके बाद TI, महिला को एक रेस्टोरेंट में मिलने के लिए मैसेज करने लगा। मैसेजिंग एप पर उससे संबंध बनाने के लिए चैट करता रहा। इतना ही नहीं मैसेज में लिखता था कि तुम्हारी ई-रिक्शा में कैंसर हिल पर सैर करने चलेंगे। इसके बाद महिला ने रेस्टोरेंट जाने के बदले सीधे थाने पहुंचना मुनासिब समझा। जब महिला थाना पहुंच गई तो TI ने उसे कैबिन में बुलाया और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। महिला वहां से भाग आई। यह बात पीड़ित महिला ने एक महिला काउंसलर को बताई। बाद में मामला महिला बाल विकास के जरिए ग्वालियर SP अमित सांघी के पास पहुंचा। हंगामा हुआ तो महिला थाना में तत्कालीन TI कंपू केएन त्रिपाठी के खिलाफ FIR हुई। FIR के साथ ही तत्काल उसे सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद से ही TI केएन त्रिपाठी फरार था।
कई बार महिला को धमकाया
महिला थाना में मामला दर्ज होने के बाद आरोपी TI लगातार फरार रहा। न तो पुलिस लाइन में आमद दर्ज कराई न ही कोई लिखित जानकारी दी। लंबे तक फरार रहा। फरारी के दौरान वह लगातार पीड़ित महिला को राजीनामा करने के लिए धमकाता रहा था। इसी बीच में महिला ने धमकाने की शिकायत भी जनकगंज थाना में की थी। इस मामले में अभी कुछ ही दिन पहले कोर्ट से जमानत हासिल हुई थी, लेकिन इस मामले में इतना तूल पकड़ा कि गुरुवार को सस्पेंड TI को बर्खास्त कर दिया गया है। मामले में आईजी ग्वालियर अविनाश शर्मा ने तत्कालीन TI को बर्खास्त करने की पुष्टि की है।