Bhopal:भारी किल्लत के बीच अस्पताल से चोरी हुए 800 रेमडेसिविर इंजेक्शन, पुलिस ने दर्ज किया केस

असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस रामस्नेही मिश्रा ने शनिवार को कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के 17 बॉक्स चोरी (17 Remdesivir Injection Box Stolen) होने की बात सामने आई है

रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection Stolen) की भारी किल्लत के बीच चोरी का मामले सामने आया है. मध्य प्रदेश के भोपाल में 800 इंजेक्शन चोरी का मामला सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज (Case File) किया है और मामले की पड़ताल की जा रही है. खबर के मुताबिक भोपाल के हमीदिया अस्पताल (Bhopal Hamidiya Hospital) से कथित तौर पर रेमडेसिविर के 800 इंजेक्शन चोरी हो गए.

असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस रामस्नेही मिश्रा ने शनिवार को कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के 17 बॉक्स चोरी (Injection 17 Box Stolen) होने की बात सामने आई है. हर बॉक्स में 48 इंजेक्शन मौजूद थे. पुलिस अधिकारी ने कहा कि अब तक सिर्फ कुछ बॉक्स ही खोले गए थे. बाकी के बचे बॉक्स अभी बंद थे.उन्होंने कहा कि इस मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

अस्पताल से रेमडेसिविर इंजेक्शन चोरी

रेमडेसिविर एक एंटी वायरस दवा है जो गंभीर कोरोना मरीजों के इलाज में काम आती है. इन दिनों इस इंजेक्शन भी देशभर में काफी कमी है. डिमांड के हिसाब से सप्लाई नहीं मिल पा रही है. जिसकी वजह से कालबाजारी और चोरी जैसे मामले देखने को मिल रहे है. शहर-शहर मेडिकल स्टोर के बाहर मरीजों के परिजन लंबी लाइनों में इंजेक्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं.

झारखंड, उत्तराखंड, दिल्ली और यूपी, महाराष्ट्र के साथ ही मध्य प्रदेश में भी इसकी भारी कमी देखी जा रही है. हालात ये हो गए हैं कि मरीजों के परिजन मेडिकल स्टोर्स पर एक इंजेक्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े हैं. यूपी के प्रयागराज जिले में रेमडेसिविर के 2 हजार इंजेक्शन की मांग सामने आई है, लेकिन सिर्फ 100 ही इंजेक्शन शनिवार को मुहैया हो सके. यही वजह है कि मेडिकल स्टोर्स पर काफी मारामारी चल रही है.

शहर-शहर इंजेक्शन की भारी किल्लत

प्रयागराज  में थोक में दवा बेचने वाले केमिस्टों को कंपनी की तरफ से शनिवार को इंजेक्शन की दूसरी खेप मुहैया कराई गई. डिमांड की तुलना में आपूर्ति इतनी कम है कि मरीजों के परिजन लगातार मेडिकल स्टोर्स से एक से ज्यादा इंजेक्शन दिए जाने की विनती कर रहे हैं. ज्यादा डिमांड और कम सप्लाई की वजह से मरीजों को उनकी जरूरत के हिसाब से रेमडेसिविर के इंजेक्शन मुहैया नहीं हो पा रहे हैं.

वहीं महाराष्ट्र के बारामती में चार लोगों को नकली इंजेक्शन बेचते हुए गिरफ्तार किया गया है. मरीजों की बेबसी का फायदा उठाने से मुनाफाखोर बाज नहीं आ रहे हैं. कहीं इसके लिए ज्यादा कीमत बसूली जा रही है तो कहीं इंजेक्शन चोरी हो रहे हैं. हद तो तब और भी हो गई जब नकली इंजेक्शन बेचे जा रहे हैं. मुनाफाखोर मरीजों की जान की कीमत न समझकर पैसे कमाने का कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं दे रहे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *