नंदीग्राम से हारीं ममता बनर्जी को नहीं बनना चाहिए CM’, बोले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी दावा कर रही हैं, कि उनके खिलाफ साजिश की गई. देब ने कहा कि अगर हार के पीछे साजिश थी तो चुनाव में जीत के पीछे भी एक साजिश होगी.
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब (Biplab Kumar Deb) ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को ‘नैतिक रूप से’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहिए, क्योंकि वह हाल ही में हुए राज्य विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम सीट से चुनाव हार गई हैं. ममता बनर्जी के बीजेपी के शुवेंदु अधिकारी से नंदीग्राम की सीट हारने के बावजूद TMC ने 294 सदस्यीय पश्चिम बंगाल विधानसभा में 213 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की. शुवेंदु कभी ममता बनर्जी के बेहद करीबी थे.
बंगाल में कथित हिंसा पर विरोध जताते हुए BJP ऑफिस में एक प्रेस कांफ्रेस करते हुए उन्होंने दावा किया कि कुछ विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार हुई, लेकिन पार्टी का वोट शेयर बढ़ा है. उन्होंने कहा कि कई लोग चुनाव लड़े बिना मुख्यमंत्री बन गए हैं, लेकिन ममता बनर्जी ने नंदीग्राम से चुनाव लड़ा और हार गईं. लोगों ने उन्हें नहीं चुना है, इस आधार पर नैतिक रूप से उन्हें खुद को मुख्यमंत्री पद से दूर रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी दावा कर रही हैं, कि उन्हें खिलाफ साजिश की गई. देब ने कहा कि अगर हार के पीछे साजिश थी तो चुनाव में जीत के पीछे भी एक साजिश होगी.
कानून व्यवस्था बनाएं TMC सुप्रीमों
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हिंसा हो रही है, जिसमें कम से कम पांच BJP कार्यकर्ता मारे गए. उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी के गुंडों के जरिए BJP समर्थकों पर राज्य में हमला किया जा रहा है. भाजपा कार्यालय, भाजपा समर्थकों की दुकानों में बर्बरता की जा रही है. आग में घी डालने का काम राज्य में किया जा रहा है. देब ने टीएमसी सुप्रीमो से अपने समर्थकों को हिंसा से बचने और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने का निर्देश देने का आग्रह भी किया. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में BJP समर्थक पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा का विरोध करेंगे. कार्यकर्ता विरोध के रूप में अपने घर पर पांच छोटी मोमबत्तियां जलाएंगे.
पांचों राज्यों में BJP का वोट शेयर बढ़ा
देब ने जोर देकर कहा कि भाजपा का वोट शेयर सभी पांच राज्यों में बढ़ा है और पश्चिम बंगाल में सीटों की संख्या भी 3 से बढ़कर 77 हो गई है. जिससे राज्य विधानसभा में भगवा पार्टी मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा असम में सत्ता में आई थी, लेकिन राजनीतिक हिंसा की एक भी घटना नहीं हुई. उन्होंने कहा, “त्रिपुरा में 2018 के चुनावों से आतंक की लंबे समय से चली आ रही संस्कृति बंद हो गई है.