कंपनी ने कहा कि स्पूतनिक वी के स्थानीय निर्माण से इसकी कीमत में कमी आएगी
नई दिल्ली। दवा कंपनी डा. रेड्डीज ने शुक्रवार को कहा कि सीमित पायलेट आधार पर कोविड वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) का सॉफ्ट लॉन्च किया है और वैक्सीन की पहली खुराक हैदराबाद में दी गई है। स्पूतनिक वी वैक्सीन के इम्पोर्टेड डोज की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंची थी। कंपनी ने बताया कि सेंट्रल ड्रग लैबोरेटरी द्वारा 13 मई को नियामकीय मंजूरी प्रदान की
कंपनी ने बताया कि आयातित स्पूतनिक वी वैक्सीन के एक डोज की कीमत भारत में 948 रुपये तय की गई है, इस पर 5 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त देय होगा। कंपनी ने कहा कि स्पूतनिक वी के स्थानीय निर्माण से इसकी कीमत में कमी आएगी। आयातित डोज की अन्य खेप जल्द ही भारत पहुंचेगी। इसके अलावा भारतीय विनिर्माण भागीदारों द्वारा स्थानीय उत्पादन शुरू होने से इसकी आपूर्ति में आगे आने वाले महीनों में इजाफा होगा।
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Sputnik V vaccine retail price of Rs 948, with 5 per cent GST per dose
गुजरात, असम सहित कई राज्यों को कोवैक्सीन की खेप भेजी गई
कोरोना वायरस रोधी टीका बनाने वाली देश की कंपनी भारत बायोटेक ने शुक्रवार को कहा कि उसने गुजरात, असम, तमिलनाडु, कर्नाटक और ओडिशा सहित विभिन्न राज्यों को ‘कोवैक्सीन’ की आपूर्ति की है। हैदराबाद स्थित इस कंपनी को टीके की आपूर्ति से जुड़े मुद्दों को लेकर दिल्ली सरकार की आलोचना भी सहनी पड़ी है। कंपनी ने कहा कि उसने केरल और उत्तराखंड को भी कोवैक्सीन की खेप भेजी है।
भारत बायोटेक की सह- संस्थापक और संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा ईला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोवैक्सीन को गांधीनगर, गुवाहटी, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलूरू और भुवनेश्वर भेजा गया। इसके लिये हमारे उन सभी कर्मचारियों को धन्यवाद जिन्होंने रमजान के पवित्र महीने के दौरान लगातार काम किया।’’ इससे पहले बृहस्पतिवार को देर रात किये गये ट्वीट में उन्होंने जानकारी दी कि केरल और उत्तराखंड को टीके की आपूर्ति कर दी गई है। हालांकि, उन्होंने टीके की मात्रा के बारे में नहीं बताया।
दिल्ली के उप- मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 12 मई को कहा कि भारत बायोटेक ने सूचित किया है कि वह राज्य सरकार को कोवैक्सीन की अतिरिक्त खेप उपलब्ध नहीं करा सकता है। इस पर इला ने ट्वीट कर कहा कि यह दुखद है कि कुछ राज्य टीके की आपूर्ति के मामले में कंपनी की मंशा को लेकर शिकायत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी इससे पहले 10 मई को 18 राज्यों को कोवैक्सीन की आपूर्ति कर चुकी है।