Narada Sting Operation: CBI ऑफिस पहुंचीं CM ममता, बाहर TMC समर्थक कर रहे हैं नारेबाजी; सेंट्रल फ़ोर्स के जवानों के साथ हुई धक्का-मुक्की
टीएमसी के नेता सवाल कर रहे हैं कि इसी मामले में आरोपी बीजेपी के नेता मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है?
नारदा स्टिंग मामले में सीबीआई (CBI) द्वारा पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री सुब्रत मुखर्जी (Subrata Mukherjee) और फिरहाद हकीम (Firhad Hakim), साथ ही पूर्व मेयर शोभन चटर्जी (Sovan Chatterjee) और एमएलए मदन मित्रा (Madan Mitra) की गिरफ्तारी के बाद CM ममता बनर्जी निजाम पैलेस स्थित CBI ऑफिस पहुंच गई हैं. ममता पिछले करीब एक घंटे से ऑफिस के अंदर ही हैं और बाहर टीएमसी कार्यकर्ता नारेबाजी कर रहे हैं. इसी दौरान टीएमसी नेताओं की केंद्रीय वाहिनी के जवानों के साथ धक्का-मुक्की की घटना भी सामने आई है. सुरक्षा के लिए कोलकाता पुलिस के जवानों को भारी संख्या में तैनात कर दिया गया है.
बता दें कि टीएमएस नेता अनिंद राउत ने दावा किया है कि सीएम ममता ने कहा है कि CBI को मुझे भी गिरफ्तार करना होगा. कोई नियम का पालन नहीं किया गया है. मुझे भी गिरफ्तार करना होगा. गैर कानूनी रूप से गिरफ्तार किया गया है. वह 14वें तल्ले पर सीबीआई अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही हैं और यह जवाब-तलब कर रही हैं कि आखिर किस तरह आधार पर टीएमसी के नेताओं को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से अनुमति नहीं ली गई है और न ही विधानसभा अध्यक्ष की अनुमति ली गई है.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नहीं ली गई विधानसभा की अनुमति
विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि किस तरह से मंत्रियों और विधायकों को गिरफ्तार किया गया है. राज्पाल ने किस तरह से गिरफ्तारी की अनुमति दी है. किसी भी सदस्य की गिरफ्तारी के पहले विधानसभा की अनुमति लेनी होती है, लेकिन यह अनुमति नहीं ली गई है. यह पूरी तरह से गैर कानूनी है. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि अदालत पूरे मामले को खारिज कर देगी और टीएमसी नेताओं के पक्ष में राय देगी.
बीजेपी नेताओं की क्यों नहीं हुई गिरफ्तारी
टीएमसी के नेता सवाल कर रहे हैं कि इसी मामले में बीजेपी के नेता मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी भी आरोपी हैं, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है, जबकि आज जब सीबीआई चार्जशीट देने वाली है. ऐसी स्थिति में गिरफ्तारी का क्या औचित्य है.