ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाला अरेस्ट
दिल्ली के खान चाचा रेस्टोरेंट का मालिक नवनीत कालरा गिरफ्तार, तीन गुना कीमत पर बेच रहा था ऑक्सीजन कन्संट्रेटर
दिल्ली में ऑक्सीजन कन्संट्रेटर की कालाबाजारी के आरोपी नवनीत कालरा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने रविवार देर रात यह जानकारी दी। गिरफ्तारी के बाद उसे मैदान गढ़ी पुलिस स्टेशन लाया गया। नवनीत दिल्ली के खान मार्केट में खान चाचा नाम के रेस्टोरेंट का मालिक है। उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था। पुलिस को उसके विदेश भागने का शक था।
नवनीत कालरा के वकील विनीत मल्होत्रा का कहना है कि उनके (नवनीत) खिलाफ कोई आरोप नहीं है। मामला पूरी तरह से साफ है। उन्होंने मशीन खरीदी है। इसके रूपए बैंक से ट्रांसफर किए गए हैं। जब उन्होंने उसे खरीदा तो GST का भुगतान किया गया। जब उन्होंने बेचा तो GST का हिसाब दिया गया। इस मामले का किसी भी तरह की राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। उनका किसी भी पार्टी से कोई संबंध नहीं है।
कालरा ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली के साकेत कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दायर की थी। कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था। कोर्ट का कहना था कि आरोपियों से पूछताछ जरूरी है। पिछले दिनों दिल्ली के खान मार्केट स्थित 3 रेस्टोरेंट पर छापेमारी कर पुलिस ने दर्जनों ऑक्सीजन कन्संट्रेटर बरामद किए थे। इनकी कालाबाजारी का शक कालरा पर था। उसकी तलाश में दिल्ली पुलिस की कई टीमें लगी थीं।
लंदन तक जुड़े हैं ब्लैक मार्केटिंग के तार
दिल्ली पुलिस ने खान चाचा रेस्टोरेंट सहित कुछ होटलों से 96 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर जब्त किए थे। शुरुआती जांच में पता चला कि ऑक्सीजन की ब्लैक मार्केटिंग का यह नेटवर्क लंदन तक फैला है। इससे पहले पुलिस ने लोधी कॉलोनी में जो नेगे जू रेस्टोरेंट-बार और छतरपुर के मंडी विलेज के खुल्लर फार्म हाउस से 419 कन्संट्रेटर जब्त किए थे। इस रेस्टोरेंट-बार का मालिक भी नवनीत कालरा ही है। पुलिस ने रेस्टोरेंट के मैनेजर सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।
वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए होती थी ब्लैक मार्केटिंग
मैनेजर के खुलासे के बाद ही पुलिस ने खान मार्केट में छापा मारा था। वहीं, छतरपुर के जिस फार्म हाउस पर छापा मारा गया, उसका मालिक गगन दुग्गल है, जो लंदन में रहता है। दुग्गल मैट्रिक्स कंपनी का मालिक है जो सिम कार्ड बनाने का काम करती है। नवनीत कालरा और गगन दुग्गल बिजनेस पार्टनर हैं। गगन दुग्गल की मैट्रिक्स कंपनी के नाम से ही ऑक्सीजन कन्संट्रेटर 20 हजार रुपए प्रति पीस के हिसाब से भारत इम्पोर्ट किए गए थे। इन्हें 60 हजार रुपए तक ब्लैक में बेचा जा रहा है। कालरा ने इसके लिए वॉट्सऐप ग्रुप बना रखा था।