117 गुना बढ़े बेरोजगार:ग्वालियर में 2020-21 में 53,601 युवाओं ने सरकार से लगाई रोजगार की गुहार, 2019-20 में 458 ने ही कराया था रजिस्ट्रेशन
-
-
-
- 2020-21 सिर्फ 2,970 को ही मिल पाई नौकरी
-
पिछले एक साल में कोरोना संक्रमण की दो लहराें का राेजगार पर भी खासा असर हुआ है। इस दाैरान ग्वालियर में ही बेराेजगाराें की कतार 117 गुना बढ़ चुकी है। अप्रैल 2020 से मार्च 2021 तक के 365 दिन में 53 हजार 601 बेरोजगार युवाओं ने जिला रोजगार कार्यालय में अपना रजिस्ट्रेशन कराकर सरकार से रोजगार की गुहार लगाई है। वहीं 2019-20 में सिर्फ 458 युवाओं ने ही रजिस्ट्रेशन कराया था। हर बार लाखों-करोड़ों रोजगार उपलब्ध कराने का वादा करने वाली सरकारें भी इन 12 महीनों में 3 हजार लोगों को भी न रोजगार दे पाई न दिला पाईं।
-
रोजगार मिलने के आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि जनवरी 2020 से मार्च 21 यानी कि 15 महीने में इन रजिस्टर्ड बेरोजगारों में से 2 हजार 992 लोगों को ही रोजगार मिल सका। इनमें से 2970 को रोजगार 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक मिला। बताया ये भी गया है कि कुछ महीने पहले एमपी पीएसएसी, यूपी पीएससी व सरकार के कुछ विभागों में वैकेंसी निकलने पर रजिस्ट्रेशन बढ़ गए थे।
कंपनी से अनुबंध के बाद भी बढ़ी बेरोजगारों की कतार
1. रोजगार कार्यालय: जिला रोजगार कार्यालय द्वारा जॉब फेयर आयोजित किए जाते हैं। जिसमें तमाम कंपनियों के प्रतिनिधि आते हैं और अपने मुताबिक लोगों को चुनते हैं। सरकार पहले इस कार्यालय से नाम लेती थी लेकिन अब ये प्रक्रिया खत्म हो चुकी है।
2. कंपनी अनुबंध: प्रदेश सरकार ने पुणे की एक कंपनी के साथ अनुबंध किया हुआ है। जिसका दफ्तर भी रोजगार कार्यालय के पास ही खोला गया है। ये कंपनी मालनपुर, बानमोर, बाराघाटा आदि इंडस्ट्रियल एरिया की फैक्ट्रियों में बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का काम करती है।
राेजगार बढ़ाने के होंगे प्रयास
कोराेना महामारी से निपटने के बाद आने वाले दिनों में सरकार द्वारा रोजगार बढ़ाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जाएंगे। रोजगार एवं स्वरोजगार के लिए सरकार ने कई योजनाएं भी लागू की हैं। इनका लाभ लोगों काे दिलाने के लिए समीक्षा की जाएगी।
-यशोधरा राजे सिंधिया,मंत्री/ खेल और युवा कल्याण एवं तकनीकी शिक्षा
एक्सपर्ट व्यू…केके श्रीवास्तव, प्रोफेसर अर्थशास्त्र -बड़ा पैकेज लाए सरकार
निजी कंपनियों ने लगातार नौकरियों में कटौती की है। जिससे बेरोजगारी बढ़ी है। यही कारण है कि एक साल में अचानक रजिस्ट्रेशन करवाने वालों का आंकड़ा बढ़ा है। आज जरुरत है सरकार बिना लाभ-हानि के सोचे अगले कुछ वर्ष के लिए बड़े पैकेज दे ताकि, लोगों को रोजगार मिल पाए।