मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने शुरू की तैयारी:भिंड और मुरैना में बिजली बिल वसूली का ठेका निजी हाथों में देने की तैयारी, भेजीं दो टीम
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी भिंड व मुरैना जिले में उपभोक्ताओंं से बिल वसूलने में सफल नहीं हो पा रही है। इसी कारण सिर्फ इन दो जिलों में कंपनी का बकाया मई तक 1350 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जो रीजन के अन्य जिलों की तुलना में सबसे ज्यादा है।
कंपनी अब इन दोनोंं जिलों में वसूली का काम प्राइवेट लोगों को देने की तैयारी कर रही है। हालांकि अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, पर प्रारंभिक होमवर्क के लिए दो टीम इन जिलोंं में भेजी गई हैं। टीम में 6 वरिष्ठ इंजीनियर शामिल हैं, जो 13 बिंदुओं पर जानकारी एकत्र कर रिपोर्ट तैयार करेंगे। ये रिपोर्ट प्रमुख सचिव को दी जाएगी। प्रमुख सचिव 2-3 अगस्त को क्षेत्र का दौरा करेंगे। ये टीम बुधवार से दो दिन वहीं रुककर अपना काम करेगी। इसके बाद विभाग के प्रमुख सचिव भी दौरा करेंगे।
कंपनी के वरिष्ठ अफसरों के मुताबिक ऊर्जा विभाग उक्त दोनों जिलों में बकाया वसूली के लिए पायलट प्रोजेक्ट प्लान कर रहा है। इसमें प्राइवेट ठेकेदारों से कुटेशन लेकर उन्हें वसूली का काम सौंपा जा सकता है। इसके बदले उन्हें कंपनी कमीशन देगी। यह कमीशन कितना होगा और कितनी राशि के बाद दिया जाएगा, इसको लेकर अभी प्लान बनेगा।
फीडर स्तर पर दिया जाएगा ठेका
भिंड-मुरैना के उपभोक्ताओं पर करोड़ों रुपए बकाया हैं। इसकी वसूली के लिए कंपनी प्राइवेट लोगों को कमीशन के आधार पर ठेका देने की तैयारी कर रही है। फीडर वाइज हम यह काम करना चाहते हैं। औसत राजस्व के बाद जो भी पैसा ठेकेदार वसूल करेंगे उसके बदले उन्हें कमीशन दिया जाएगा। इसके होमवर्क के लिए टीम दौरे पर आ रही है। –राजीव गुप्ता, मुख्य महाप्रबंंधक ग्वालिय रीजन