मुरेना . रेत का अवैध करोबार:फ्लाईओवर पर अवैध रेत कारोबार का ठिकाना, जिम्मेदार नहीं कर रहे कार्रवाई
- शहर की सड़कों पर सुबह से लेकर शाम तक फर्राटे भर रहे रेत के वाहन
वन विभाग, जिला प्रशासन एवं पुलिस की उदासीनता के कारण शहर में चंबल रेत का अवैध परिवहन बदस्तूर जारी है। रेत माफिया ने अब फ्लाईओवर को अपना ठिकाना बना लिया है। जिसके तहत वे इन दिनों अंबाह बाईपास से लेकर फ्लाईओवर के मुहाने (आगरा रोड पर) पर एवं केएस चौराहे पर खड़े रहते हैं।
चंबल रेत बेचने का यह सिलसिला सुबह 5 बजे से 8 बजे तक धड़ल्ले से चल रहा है। इतना ही नहीं इंड्रस्ट्रीज एरिया की मेन सड़क पर भी रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े देखे जा सकते हैं। हैरानी की बात यह है कि अंबाह बायपास पर वन विभाग का उड़नदस्ता के सामने से ही रेत से भरे वाहन फर्राटे भरते नजर आ रहे हैं।
बड़ोखर क्षेत्र में फिर लगने लगी रेत की मंडी
वन विभाग की एसडीओपी श्रद्धा पंढरे का स्थानांतरण होने के बाद बड़ोखर क्षेत्र में फिर से चंबल रेत की मंडी सजने लगी है। बड़ोखर क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने बताया कि बड़ोखर चौराहा एवं नंदे पुरा रोड पर सुबह 5 बजे से 9 बजे तक 100 से 150 रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े हो रहे हैं। जिससे इस क्षेत्र का अमन चैन प्रभावित है। क्योंकि रेत कारोबारी तेज आवाज में अभद्र गाने बजाते हैं तथा दुकान व मकानों के आगे खड़े रहते हैं। शिकायत करने पर रेत कारोबारी झगड़ा करने पर आमदा हो जाते हैं।
इंड्रस्ट्रियल एरिया भी बनाया रेत कारोबार का ठिकाना
उद्योगपतियों ने दैनिक भास्कर को बताया कि नेशनल हाइवे स्थित इंड्रस्ट्रीज एरिया की मेन सड़क को भी रेत माफिया ने अपना ठिकाना बना रखा है। यहां एक महीने से सुबह 4 बजे से उद्योग विभाग से लेकर काका ढाबे के सामने इंड्रस्ट्रीज एरिया की मुख्य सड़क पर 100 से अधिक रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़े हो जाते हैं। जिससे यहां सुबह घूमने वाले लाेगों को हादसा होने का डर है। इंड्रस्ट्रीज एरिया में उद्योग कर रहे व्यापारियों ने रेत माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।