नोएडा…जमीन अधिग्रहण के मुआवजे पर बवाल, 300 किसान गिरफ्तार
किसानों की मांग- जमीन के बदले प्लॉट और 64% अतिरिक्त मुआवजा दिया जाए; पुलिस ने घसीटते हुए पुलिस लाइन पहुंचाया
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच नोएडा सेक्टर-36 में किसानों का नया आंदोलन शुरू हो गया है। यहां जमीन अधिग्रहण के बदले प्लॉट और 64% अतिरिक्त मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने 300 किसानों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी को बस में भरकर सूरजपुर पुलिस लाइन ले जाया गया है। मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स लगा दी गई है। नोएडा पुलिस के एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि जिले में धारा-144 लागू है। किसानों को इस धारा के उल्लंघन में गिरफ्तार किया जा रहा है। जितने भी किसान प्राधिकरण कार्यालय पर धरना दे रहे हैं, उन्हें भी गिरफ्तार करके पुलिस लाइन भेजा जा रहा है।
क्या है माजरा?
1976 में जिस दिन से नोएडा बसा है, तब से 1998 तक जितने किसानों की जमीन नोएडा प्राधिकरण ने अधिगृहित की है, उन सभी को इंसाफ मिले, इसके लिए किसान बीते कई साल से संघर्षरत है। किसानों की मांग है कि 1998 के बाद जितने किसानों की जमीन अधिगृहित हुई है, सभी को पांच फीसदी और 10% आबादी के प्लॉट, 64% अतिरिक्त मुआवजा दिया जाए। किसानों ने कहा कि सिर्फ चुनिंदा लोगों को इसका लाभ मिल रहा है, लेकिन हमारी मांग है कि सभी लाभान्वित हों। किसानों की एक मांग यह भी है कि गांवों में नक्शा नीति व्यवहारिक नहीं है। इसलिए नक्शा नीति लागू न की जाए।
धरने से पहले ही हिरासत में ले लिए गए थे 40 किसान
नोएडा प्राधिकरण के सामने किसानों ने धरने का ऐलान किया था। इसको देखते हुए पुलिस ने आज सुबह धरने से पहले ही 40 किसानों को हिरासत में ले लिया था। इसके बावजूद 300 से ज्यादा किसान प्रदर्शन करने पहुंच गए थे। काफी समझाने के बाद भी जब किसान नहीं हटे तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। किसानों को घसीटते हुए पुलिस ने वैन में बैठाया और पुलिस लाइन पहुंचा दिया।
किसानों की तीन मांगें
- अधिगृहित जमीन के बदले 10% प्लॉट और 64% अतिरिक्त मुआवजा दिया जाए।
- सरकार ने जो वादे किए थे, उसे पूरा किया जाए।
- 5% प्लॉट में कॉमर्शियल गतिविधियों की छूट दी जाए।
किसानों ने कहा- लाठीचार्ज किया
नोएडा में सेक्टर-36 स्थित प्राधिकरण दफ्तर के बाहर सड़क पर धरना दे रहे करीब 300 किसानों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक धरने से उठाने के लिए लाठियां फटकारी। इस घटनाक्रम से जुड़ी कई तस्वीरें भी आई हैं। इनमें महिलाओं, किसानों को पुलिसकर्मी खींचते हुए लेकर जा रहे हैं। इधर, पुलिस का कहना है कि किसान धारा-144 का उल्लंघन कर रहे थे, इसलिए उन्हें गिरफ्ताीर किया गया है।