आवारा पशुओं का आतंक:डाॅग बाइट.. जयाराेग्य अस्पताल में पंद्रह दिन में 198 प्रकरण पहुंचे
शहर में आवारा पशुओं का आतंक कम नहीं हो रहा। एक तरफ आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या से शहर की सड़कों पर आए दिन अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो रही है, वहीं दूसरी ओर डाॅग बाइट के केस भी कम नहीं हो रहे। अक्टूबर के ही आंकड़ों पर नजर डालें तो केवल जयारोग्य चिकित्सालय में ही बीते 15 दिनों में डाॅग बाइट के कुल 198 केस पहुंचे। इन सभी को इंजेक्शन लगाए गए।
अक्टूबर माह में कुल इंजेक्शन लगवाने वालों की संख्या 581 रही है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जो सितंबर माह में डाॅग बाइट के शिकार हुए थे। विशेषज्ञों के अनुसार, सितंबर-अक्टूबर का महीना मेटिंग पीरियड का रहता है। ऐसे समय में डाॅग बाइट के केस बढ़ने की संभावना ज्यादा रहती है। यहां बता दें कि शहर में जयारोग्य चिकित्सालय के अलावा जिला अस्पताल मुरार में डाॅग बाइट के इंजेक्शन लगाए जाते हैं। इसके अलावा कुछ लोग निजी क्लीनिक पर जाकर भी इंजेक्शन लगवाते हैं।
9 माह बाद चालू हुई कुत्तों की नसबंदी
शहर में डाॅग बाइट के बढ़ते केस के बीच एक राहत भरी खबर है। बीते 9 माह से शहर में कुत्तों की नसबंदी का काम बंद पड़ा हुआ था। हाल ही में इस काम को फिर से शुरू किया गया है। जानकारी के अनुसार 18 जनवरी 2021 के बाद से नसबंदी के काम पर ब्रेक लग गया था।
डाॅ. उपेंद्र यादव ने बताया कि बीते 6दिन से काम फिर से शुरू कर दिया गया है। ग्वालियर से बाहर की एजेंसी को ये काम दिया गया है। यहां बता दें कि एनीमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) प्रोग्राम के अंतर्गत कुत्तों की नसबंदी की जाती है।