क्रिकेट पर सट्टा खिलाने वाले 3 पकड़ाए:26 लाख की लग्जरी कार में बैठकर सटोरिए खिला रहे थे ONLINE सट्टा, साथ में पी रहे थे बीयर
ग्वालियर में T-20 वर्ल्ड कप का पहला सट्टा पकड़ा गया है। सिरोल पुलिस ने 26 लाख रुपए की लग्जरी कार में बैठकर ONLINE लाखो रुपए के हार जीत के दांव लगवा रहे तीन सटोरियों को गिरफ्ता किया है। कार से तीन मोबाइल, लाखों का लेनदेन के साथ ही बीयर के केन मिले हैं। सटोरिए “99 HUB.IN’ पर लॉगिन कर सट्टा लगाने वालों को नया भाव देकर गेम्स खिला रहे थे।

T-20 वर्ल्ड कप के शुरू होते ही ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने शहर पुलिस को अलर्ट करते हुए क्रिकेट पर सट्टा खिलाने वालों पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। इसी कड़ी में सोमवार रात वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान और स्कॉटलैंड का मैच चल रहा था। मैच पर तीन लोग क्रिकेट पर सट्टा खिला रहे हैं। यह खबर पुलिस अफसरों के पास पहुंची थी। जिस पर सिरोल थाना प्रभारी गजेन्द्र सिंह धाकड़ ने तत्काल अपनी टीम के साथ सचिन तेंदुलकर मार्ग पर दबिश दी। पुलिस की टीम ने देखा कि एक टाटा हैरियर कार नंबर MP07 CJ-9620 में तीन युवक बैठे हैं। वह लगातार मोबाइल में कुछ कर रहे हैं। जब कन्फर्म हो गया कि वह सटोरिए हैं तो पुलिस ने कार को घेरकर तीनों युवकों को पकड़ा है। कार से सट्टे का पूरा अड्डा चलता मिला है।
कार में तीन युवक सवार थे जिनके पास तीन मोबाइल थे। जो लगातार इन मोबाइल से ONLINE भाव दे रहे थे और साथ ही सट्टा खिला रहे थे। पुलिस को कार से कई बीयर के केन भी मिले हैं। पकड़े गए सटोरियों की पहचान राहुल उर्फ निखिल पुत्र गजेन्द्र सिंह राणा निवासी मेहरा कॉलोनी, सोनू उर्फ प्रवीण पुत्र राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता निवासी सिरोल और प्रशांत तोमर पुत्र गुड्डू तोमर निवासी मीरा नगर मुरार के रूप में हुई है। इनसे 21700 रुपए, तीन मोबाइल, 26 लाख रुपए की टाटा हैरियर कार, लाखों का हिसाब मिला था।
“99 HUB.IN’ पर साइट्स पर खिला रहे थे सट्टा
पकड़े गए तीनों सटोरियों से “99 HUB.IN’ वेबसाइट्स पर एजेंट की लिंक यूजर आईडी और पासवर्ड होने का पता लगा है। इसके साथ ही उनके मोबाइल से कई कस्टमर की आईडी भी मिली है। अब किन-किन लोगों के नंबर इनकी लिस्ट में थे उनको पुलिस खंगाल रही है।
कार को बनाया था सट्टे का अड्डा
इस गैंग का मुखिया राहुल राणा है। शेष दोनों सटोरिए उसके ही इशारे पर काम कर रहे थे। पकड़े जाने के बाद सटोरियों ने कुबूल किया है कि वह कार में ही पूरा सेटअप लगाकर चलते थे। बीयर पीने के साथ-साथ शहर की सड़को पर फिर हाइवे पर घूमते हैं। जिससे पुलिस को उनका कोई एक ठिकाना न मिल सके।