हमीदिया हादसा, ………..रिपोर्टर्स की आंखों देखी ……एक किलोमीटर पहले से बैरिकेड्स लगाए, अस्पताल के बाहर मांएं कह रहीं- आप पूछो मेरा बच्चा तो जिंदा था
भोपाल के हमीदिया हॉस्पिटल की कमला नेहरू बिल्डिंग में लगी आग ने मांओं की कोख सूनी कर दी। जिन मासूमों ने दुनिया भी नहीं देखी थी, उनकी लाश देख परिजन बिलखते रहे। 8 नवंबर की पूरी रात इस उम्मीद में बिता दी कि हॉस्पिटल से यह खबर आए कि उनका मासूम अभी भी जिंदा है, लेकिन मंगलवार को जब बच्चों के शव मिले, तो परिजनों के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। …..के 3 रिपोर्टर्स ने हमीदिया में भयानक मंजर देखा।