टीईटी पेपर लीक कांड के तार आगरा से जुडे़ …… आगरा के सरकारी कॉलेज के शिक्षक का आ रहा नाम, वर्ष 2011 में भी टीईटी फर्जीवाडे़ में आगरा के दो शिक्षक के आए थे नाम
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) के पेपर लीक कांड के तार आगरा से भी जुड़ गए हैं। सोमवार सुबह एसटीएफ द्वारा अलीगढ़ के आरोपी गौरव को गिरफ्तार कर लिया। गौरव से पूछताछ में आगरा के एक शिक्षक का नाम भी आ रहा है। अब एसटीएफ आगरा के शिक्षक की तलाश में जुटी है। यह पहली बार नहीं है कि टीईटी में गड़बड़ी में आगरा का नाम जुड़ा हो। इससे पहले वर्ष 2011 में सबसे पहले हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा घोटोले में भी आगरा के दो शिक्षकों के नाम सामने आए थे।
आगरा के सरकारी कॉलेज के शिक्षक का नाम
यूपी टीईटी के पेपर लीक मामले में एसटीएफ कड़ी से कड़ी जोड़ने में जुटी है। अब तक कई जिलों से 29 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सोमवार सुबह एसटीएफ के अलीगढ़ के गौरव को गिरफ्तार किया। गौरव ने ही मथुरा में 27 नवंबर की शाम को शामली के रवि, मनीष और धर्मेंद्र को पांच लाख रुपए में पेपर बेचा था। गौरव की गिरफ्तारी के बाद ही आगरा के एक सरकारी कॉलेज के शिक्षक का नाम भी सामने आया है। बताया गया है कि उसने ही गौरव को पेपर उपलब्ध कराया था। शिक्षक कौन है और किस कॉलेज का है, अभी इसकी जानकारी नहीं हो सकी है।
2011 में टीईटी फर्जीवाडे़ में भी आगरा के शिक्षक
वर्ष 2011 में मायावती सरकार में शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा में टीईटी अभ्यार्थियों के परिणाम में गड़बड़ी और नंबर बढ़वाने का खेल हुआ था। इस प्रकरण में तत्कालीन माध्यमिक शिक्षा निदेशक संजय मोहन को जेल जाना पड़ा था। इसके अलावा आगरा के दो शिक्षक विनय कुमार व रतन मिश्र का नाम भी इससे जुड़ा था। पुलिस ने दोनों शिक्षकों के पास से रकम भी बरामद की गई थी। यह प्रकरण काफी चर्चा में रहा था। ऐसे में एक बार फिर से टीईटी पर्चा लीक के तार आगरा से जुड़ने पर शिक्षा विभाग में चर्चा का विषय बन गया है।