नोएडा एक्सप्रेस-वे की रिसर्फेसिंग का काम अंतिम चरण में ….ढाई लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी, फरवरी तक बन जाएंगे 3 अंडरपास
नोएडा शहवासियों के लिए राहत की खबर है। नए वर्ष से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे समेत आसपास की सेक्टर सोसायटी और गांव की कनेक्टिविटी बेहतर होने जा रही है। इससे करीब ढाई लाख से ज्यादा लोगों को फायदा मिलेगा। इसकी तैयारी नोएडा प्राधिकरण की ओर से शुरू कर दी गई है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे की रिसर्फेसिंग का काम जहां अंतिम चरण में पहुंच गया है तो वहीं निर्माणाधीन 3 अंडरपास में से कोंडली अंडरपास जनता को फरवरी में समर्पित हो जाएगा।
बता दें कि बेहतर कनेक्टिविटी के लिए प्राधिकरण की ओर से नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे रिसरफेसिंग का कार्य कराया जा रहा है। इसमें एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ 20 किलोमीटर की सड़क को उखाड़ कर डेंस बिटूमिनयम मैकेंजम (डीबीएम) किया जा रहा है, जिसमें सड़क को मशीन से उखाड़ कर उसके मैटेरियल को रिसाइकिल कर फिर से सड़क पर बिछाया जा रहा है। इसमें ग्रेनो से नोएडा की ओर से आने पर सड़क का काम पूरा हो चुका है, जबकि नोएडा से ग्रेनो जाने पर जीरो प्वाइंट तक पहुंचने में एडवंट तक 10.300 किलोमीटर पर पूरी सड़क को तैयार किया जा चुका है।
बनाया जा रहा तीन अंडरपास
जबकि वहां से कोंडली तक करीब 5.5 किलोमीटर तक आधी सड़क तैयार हो चुकी है, जबकि 4.2 किलोमटर ही सड़क का बनाया जाना बाकी है। ऐसे में जैसे ही सुप्रीम कोर्ट की ओर से निर्माण कार्य पर लगी रोक हटाई जाएगी, 20 से 25 दिन में निर्माण पूरा कर उस पर राइडिंग के लिए एसएमए तकनीकी से लेयिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा। इस परियोजना पर प्राधिकरण 61 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। वहीं नोएडा प्राधिकरण की ओर से इसी सड़क पर 3 अंडरपास का निर्माण किया जा रहा है।
सेक्टर 96 व 126 के मध्य
लंबाई- 715 मीटर
लागत- 99.34 करोड़
वर्तमान प्रगति 67 फीसद
कोंडली अंडरपास
लंबाई- 840 मीटर
लागत- 44.89 करोड़
वर्तमान प्रगति 85 फीसद