UP में सरकार ही कोरोना स्प्रेडर …… पिछले साल पंचायत चुनाव लाया था दूसरी लहर, फिर चुनावी भीड़ बनी बड़ा खतरा; कोरोना की हुई दोगुनी रफ्तार
उत्तर प्रदेश में चुनाव के चलते सरकार ही कोरोना का सुपर स्प्रडेर बनती जा रही है। रैली किसी भी पार्टी की हो, जमकर भीड़ है। इस पर रोक नहीं है। ऐसे में, पंचायत चुनाव को ध्यान में रखकर सबक लेना जरूरी है। पिछले साल इसी तरह धीरे-धीरे केस बढ़ रहे थे। फिर पंचायत चुनाव से कोरोना का ब्लास्ट हुआ, जो रोके नहीं रुका।
जनवरी 2022 में अब हर दिन के कोरोना के मामले चौंकाते हैं। बीते 24 घंटों में हुई 01 लाख 93 हजार 549 सैम्पल की जांच में कुल 383 नए केस हैं। इसी के साथ यूपी में टोटल एक्टिव कोविड केस 1,211 हो गए हैं। दिल्ली के आसपास के जिलों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
2021 में पंचायत चुनाव था स्प्रेडर
2021 जनवरी के बाद से धीरे-धीरे कोरोना के केस बढ़ने शुरू हुए थे।
- उसी वक्त पंचायत चुनाव की घोषणा हो गई। सवाल उठे, उन्हें नजरअंदाज किया गया।
- हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देकर कराए गए पंचायत चुनाव।
- चुनाव के दौरान एक महीने के अंदर 120 गुना केस बढ़े।
- इसी एक महीने के दौरान यूपी में कराए गए पंचायत चुनाव।
- उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव चार चरणों में हुए थे।
- इन चुनाव में करीब 9 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले थे।
- वोटिंग के लिए 2 लाख बूथ बनाए गए।
- बूथों पर लगभग 12 लाख सरकारी कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया।



चौंकाते हैं ये आंकड़े
- 30 जनवरी 2020 से 4 अप्रैल, 2021 में 15 महीने के बीच यूपी में कुल 6.3 लाख कोविड केस दर्ज हुए।
- 4 अप्रैल 2021 के बाद पंचायत चुनाव के एक महीने में ही 8 लाख नए कोरोना के केस सामने आए।
- 2 और 3 अप्रैल को पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन पत्र दाखिल हुए।
- सभी दलों के स्थानीय नेताओं ने प्रचार करना शुरू कर दिया।
- रैलियों में खूब भीड़ जुटी। दिल्ली और मुंबई जैसे अन्य शहरों से हजारों लोग वोट डालने के लिए आए।
- एक बार शुरू हुआ तो थमा नहीं मौतों का सिलसिला, लखनऊ-कानपुर समेत ज्यादातर शहर प्रभावित रहे।
- आगरा में, कोविड -19 मामले चुनाव के बाद पांच गुना बढ़े।
- 1 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच जिले में 1,612 मामले थे। बढ़कर 8,119 हो गए।
- 1 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच छह तो वहीं, 16 से 30 अप्रैल के बीच 81 की कोरोना से मौत हुई।
- बरेली में आठ गुना मामले बढ़े। 16 से 30 अप्रैल के बीच बरेली में 12,500 से ज्यादा मामले आए।

रोकथाम के लिए ये तैयारियां
- 3-4 जनवरी को सभी जिला अस्पतालों में मॉक ड्रिल करने का निर्देश।
- कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों को परखा जाएगा।
- जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- जिन लोगों को टीके की दूसरी डोज दी जानी है, उन्हें जल्द ही यह डोज लगाई जाएगी।
- 25 दिसंबर से जारी है रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू।
- शादी-विवाह आदि सार्वजनिक आयोजनों में कोविड प्रोटोकॉल के साथ अधिकतम 200 लोगों के भागीदारी की अनुमति।
यह भी जानें
- प्रदेश में अब तक 20 करोड़ 14 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन लग चुकी है।
- 12 करोड़ 80 लाख लोगों को टीके की पहली डोज लगी है।
- 7 करोड़ 34 लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं।
- 9 करोड़ 31 लाख से अधिक लोगों की जांच की गई है।
- उत्तर प्रदेश टेस्टिंग और वैक्सीनेशन में देश में प्रथम स्थान पर है।
- कुल आबादी में लगभग 87 फीसदी लोगों को पहली और 49.80 फीसदी लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं।
- पिछले 24 घंटों में 1 लाख 93 हजार 549 सैंपल की जांच की गई है।
- अब तक 16 लाख 87 हजार 859 मरीज कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
ये उपाय हैं जरूरी
- कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में फॉलो करना।
- लोगों को बचाव के संबंध में लगातार जागरूक किया जाए।
- मास्क पहनने, टीकाकरण कराने और सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए।