प्रयागराज के 10 बड़े डॉक्टर ‘माननीय’ बनने की दौड़ में …. UP में 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए कर रहे दावेदारी, दैनिक भास्कर से हुई बातचीत
विधानसभा चुनाव को देखते हुए UP की राजनीति अब गर्म हो चुकी है। पार्टी से जुड़े लोग चुनावी मैदान में ताल ठोकने को तैयार दिख रहे हैं। ऐसे में प्रयागराज के 10 बड़े नामचीन डॉक्टर भी हैं जो अपने पेशे के साथ राजनीति में उतरकर माननीय बनने की दौड़ में हैं। इसके लिए इन डॉक्टरों ने प्रयागराज के अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों से टिकट की दावेदारी भी कर चुके हैं। दैनिक भास्कर ने इन डॉक्टरों से विशेष बातचीत की तो सभी ने यही कहा कि राजनीति भी एक सेवा है और मरीजों के इलाज के साथ साथ राजनीति में आकर जरूरतमंदों की मदद व पीड़ितों को न्याय दिलाना ही उद्देश्य है। आइए, जानते हैं कौन हैं प्रयागराज के यह 10 डॉक्टर जो पूरी ताकत से राजनीति के अखाड़े में उतरकर विधायक बनने के लिए दिल्ली और लखनऊ तक परेड कर रहे हैं।
यह हैं 10 डॉक्टर जो शहर में सूर्खियों में हैं
डाॅ. कीर्तिका अग्रवाल, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री (उत्तर प्रदेश)
डॉ. सुशील सिन्हा, भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के सह संयोजक (काशी प्रांत)
डॉ. कमलाकर सिंह, संघ के आनुषंगिक संगठन नेशनल मेडिकोज आर्गनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष
डॉ. बीबी अग्रवाल, भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सह संयोजक
डॉ. यूबी यादव, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता
डॉ. एलएस ओझा, भाजपा में प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य
डॉ. अल्ताफ, आम आदमी पार्टी के शहर दक्षिणी के प्रभारी
डॉ. सादिक अली, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष
डॉ. भगवत पांडेय, जनहित अस्पताल रामपुर के डायरेक्टर
डॉ. नीता साहू, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं की अध्यक्ष
डॉ. कीर्तिका अग्रवाल : शहर के वात्सल्य हॉस्पिटल की निदेशक व स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। आरएसएस में अच्छी पैठ रखने वालीं डॉ. कीर्तिका वर्तमान में भाजपा महिला मोर्चा में प्रदेश महामंत्री का दायित्व संभाल रहीं। प्रदेश स्तर की राजनीति में सक्रिय डॉ. कीर्तिका 2022 के इस चुनाव में शहर उत्तरी सीट से प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। कहती हैं कि राजनीति में उद्देश्य है कि उन लोगों की मदद कर सकूं जो आखिरी पंक्ति में खड़ा है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की संयोजक के पद पर भी रह चुकी हैं, महिलाओं के लिए विशेष रूप से कार्य कर रही हैं।
डॉ. एलएस ओझा : इनकी पहचान ईएनटी सर्जन भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य हैं और भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक भी रह चुके हैं। डॉ. ओझा कहते हैं कि एक चिकित्सक होने के नाते तो मैं मरीजों की मदद कर सकता हूं लेकिन इसके साथ साथ उन लोगों की मदद करना चाहता हूं जो समाज में दबे हैं। मैं शहर उत्तरी से टिकट की दावेदारी कर रहा हूं।
डॉ. यूबी यादव : डॉ. यादव आरएसएस से जुड़कर परदे के पीछे से राजनीति करना पसंद करते हैं। आशुतोष हास्पिटल के निदेशक व आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. यादव कहते हैं कि मैं करीब 30 साल से संघ से जुड़ा हूं। राजनीति में आने का उद्देश्य सिर्फ इतना ही है कि समाज के लिए कुछ बेहतर कर सकूं। हाईकमान यदि जिस भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका देती है तो निश्चित ही उसपर खरा उतरने का प्रयास होगा।
डॉ. कमलाकर सिंह : संघ के आनुषंगिक संगठन नेशनल मेडिकोज आर्गनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर हैं। प्रयागराज के सरकारी अस्पताल तेज बहादुर सप्रू अस्पताल में बतौर रेडियाेलाजिस्ट हैं। कुछ दिनों से शहर के प्रमुख चौराहों पर इनकी होर्डिंग लगा दी गई है। यह खुद को शहर उत्तरी से सबसे बेहतर और प्रबल दावेदार मानते हैं। यह कहते हैं कि इस बार मुझे कांफिडेंस नहीं बल्कि ओवर कांफिडेंस है कि टिकट मुझे ही मिलेगा।
डॉ. बीबी अग्रवाल : बीजेपी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक के पद पर 15 साल तक विराजमान रहे। शहर दक्षिणी से चुनाव लड़ने का लालायित डॉ. अग्रवाल कहते हैं कि चिकित्सकों की समस्याओं का समाधान करने के साथ साथ आमजन के लिए भी बेहतर करने के उद्देश्य से राजनीति में आया हूं।
डॉ. अल्ताफ : आम आदमी पार्टी में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। उन्हें शहर दक्षिणी का प्रभारी प्रत्याशी बनाया गया है। दिल्ली में अन्ना आंदोलन से राजनीति से शुरू करने वाले डॉ. अल्ताफ कहते हैं कि दिल्ली की तर्ज पर प्रयागराज में मूलभूत सुविधाएं हर व्यक्ति तक पहुंचाना प्राथमिकता है। यदि जनता मुझ पर विश्वास कर अपना सेवक चुनती है तो निश्चित ही यहां की तस्वीर बदलने का प्रयास करूंगा।
डॉ. सादिक अली : यह हाल में ही भाजपा से जुड़कर राजनीति की शुरूआत किए हैं। प्रयागराज के सादिक को कौशांबी में भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कहते हैं कि पार्टी की ओर से यदि चुनाव लड़ने का मौका मिलता है तो समाज के लिए और बेहतर करने का प्रयास होगा। अभी कहीं से टिकट के लिए दावेदारी नहीं किया हूं।
डॉ. भगवत पांडेय : रामपुर करछना स्थित जनहित अस्पताल के डायरेक्टर व सर्जन हैं। चुनाव में यह भी पूरे दमदख के साथ मैदान में उतरने काे बेताब हैं। यह सर्जन हैं और मरीजों के इलाज के साथ साथ वह राजनीति में आना चाहते हैं। समाज सेवा के लिए यह भी राजनीति के अखाड़े में खड़े हैं।
डॉ. नीता साहू : यह तेजबहादुर सप्रू अस्पताल बतौर पैथालाजिस्ट हैं और विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़कर सामाजिक कार्य करने में लगी हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी से जुड़ी हैं। इन्होंने पिछले दिनों अपनी कार के पीछे नीता योगिनी लिखवा दिया अब लोग कयास लगा रहे हैं कि वह राजनीति में उतरने जा रही हैं। दैनिक भास्कर ने जब इनसे बातचीत किया तो उन्होंने कहा कि मैं समाज सेवा कर रही हूं अभी किसी पार्टी से नहीं जुड़ी हूं।