ग्वालियर में अब कोरोना ने धीमी की फूड सैंपलिंग की रफ्तार, टीम को हाईवे पर किया तैनात

कोरोना वायरस के कारण अब सैंपलिंग की कार्रवाई भी प्रभावित हुई है। वहीं मिलावट खोरों पर अब पहले जैसी कार्रवाई नहीं हो रही है।

कोरोना वायरस के कारण अब सैंपलिंग की कार्रवाई भी प्रभावित हुई है। वहीं मिलावट खोरों पर अब पहले जैसी कार्रवाई नहीं हो रही है। काेराेना मरीज बढ़ने के बाद अमले की ड्यूटी हाईवे पर लगा दी गई है। मिलावटखोरों पर जुर्माने काफी समय बाद लगे हैं, लेकिन बाजारों में सैंपलिंग की कार्रवाई सुस्त हो गई है। फूड एंड सेफ्टी टीम के अफसर मैदान में नहीं उतर रहे हैं। त्यौहारी सीजन में सैंपलिंग ज्यादा हो रही थी लेकिन इसके बाद अफसर मैदान में उतरना बंद कर देते हैं। कार्रवाई भले ही बंद हो जाती है, लेकिन मिलावट बंद नहीं होती। कुछ समय पहले ही ग्वालियर कलेक्टर ने बैठक में मिलावटखोरों पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिए थे लेकिन अभी तक सख्त कार्रवाई शुरू नहीं हुई।

ज्ञात रहे कि एडीएम और न्याय निर्णयन अधिकारी इक्क्षित गढ़पाले ने आठ खाद्य कारोबारियों पर कुल साढ़े चार लाख के जुर्माने किए हैं। पूनम किराना स्टोर छीमक चंदू जैन पर पचास हजार और हरिओम शर्मा मोहना पर बिना रजिस्ट्रेशन पर दस हजार, मिस ब्रांड पर वरजीत सिंह अल्फांजो रेस्टोरेंट पर मिथ्या छाप कुकीज बेचने पर एक लाख का जुर्माना, बंसल डेयरी के हुकुम चंद बंसल पर अवमानक स्तर का पनीर बेचने और बिना रजिस्ट्रेशन के कारोबार करने पर एक लाख रूपये का जुर्माना अधिरोपित किया। वहीं शिवहरे केटर्स के कृष्ण कुमार शिवहरे पर बिना रजिस्ट्रेशन और अवमानक निर्माण करने पर एक लाख का जुर्माना, विजय स्टोर्स के संदीप अष्ठाना पर बिना रजिस्ट्रेशन के कारोबार करने पर एक लाख रूपये, रामभवार पर अवमानक दूध विक्रय करने के लिए पंद्रह हजार रूपये और हकीम रेस्टोरेंट के जीतेंद्र प्रसाद पर अवमानक पनीर उपयोग करने पर पचास हजार का जुर्माना लगाया है।

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