भिंड … जहरीली शराब से मौतों के पीछे की कहानी…..

भिंड में 4 मौत; बचने वाला बोला- पड़ोसी संग पी थी, वो रहा नहीं, मेरी आंखों में कम दिख रहा…..

चंबल में एक बार फिर जहरीली शराब ने 4 लोगों की जान ले ली। भिंड के इंदुर्खी गांव में शुक्रवार रात से मंगलवार के बीच 5 दिन में 4 लोगों ने दम तोड़ दिया। मृतकों में दो सगे भाई शामिल हैं, जिनकी उम्र 22 और 25 साल है। तीसरा रिश्ते में उनका चाचा है। जबकि दो अन्य लोग हैं। गांव का एक व्यक्ति ग्वालियर के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती है। उसकी आंखों की रोशनी धीरे-धीरे साथ छोड़ रही है। …….. ने पूरे मामले की पड़ताल करते हुए अस्पताल में भर्ती रतीराम बाथम से बात की। रतीराम ने पड़ोसी और कुनबे के ही संतोष के साथ रविवार को शराब पी और मछली खाई थी। इसके बाद सबकी तबीयत बिगड़ गई। संतोष की मंगलवार को मौत हो गई थी। पढ़िए अवैध शराब से मौतों के पीछे की पूरी कहानी…

हॉस्पिटल में भर्ती रतीराम (52) की हालत ठीक नहीं है। वो ICU में है। आंखों से दिखना कम हो गया है। उसका कहना था कि रविवार की दोपहर मैं मछली पका रहा था। तभी संतोष (51) भी आ गया। हम दोनों ने शराब पी थी। मैं पहले से ही एक क्वार्टर शराब गांव के ठेके से लेकर आया था। वहीं संतोष, दो क्वार्टर देशी लाल ले आया था। हम दोनों ने मिलकर तीन क्वार्टर शराब पी। संतोष क्वार्टर कहां से लाया था, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

रतीराम का कहना है कि अगले दिन सोमवार को संतोष और मेरी हम दोनों की तबीयत बिगड़ गई। दोनों के शरीर में दर्द और उल्टी होना शुरू हो गया। इससे पहले शराब पीकर गांव के दो लोगों की मौत हो गई। हालत खराब होने से पहले हम दोनों ग्वालियर आकर भर्ती हुए। उपचार के दौरान संतोष की मौत हो गई, जबकि मुझे दिखना कम हो गया है।

शराब पीने से रतीराम की आंखों की रोशनी कम हो गई है।
शराब पीने से रतीराम की आंखों की रोशनी कम हो गई है।

दो सगे भाइयों को लील गई जहरीली शराब
पुलिस के मुताबिक गांव के ही गोलू सिरोठिया भिंड शहर निवासी धर्म वीर बघेल के मकान में शराब बनवाता था। वह गांव के ही सगे भाई छोटू (25) और मनीष जाटव (22) को अपने साथ ले गया था। भिंड से दोनों शराब लेकर आए थे। जिसे पीने के बाद दोनों की तबीयत खराब हुई और शुक्रवार की रात दोनों की मौत हो गई। उधर रिश्ते में इनके दूर के चाचा पप्पू जाटव पुत्र राम सिंह (45) को तीन से चार दिन से शरीर में दर्द हो रहा था। सोमवार की शाम उनकी कमर में दर्द अचानक बढ़ गया।

पप्पू जाटव ने दर्द से राहत पाने के लिए भतीजे से शराब का क्वार्टर मंगाया। इसके बाद रात को उनकी तबीयत भी अचानक बिगड़ने लगी। इसके बाद गांव के लोग उन्हें लेकर उपचार के लिए भिंड रवाना हुए। कार से जाते समय अचानक पप्पू की तबीयत बिगड़ी और उसकी हालत खराब हो गई। एक-दो उल्टियां हुई और मौके पर ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजन शव लेकर घर पहुंचे। इसके बाद रौन थाना पुलिस को जानकारी लगी। पुलिस ने मंगलवार को शव का पीएम कराने को कहां, इस पर परिजनों ने सामान्य मौत बताई।

आखिर जहरीली शराब आई कहां से ?
भिंड-मुरैना में मिलावटी दूध की तरह ही जगह-जगह मिलावटी शराब की भटि्टयां जल रही हैं। इंदुर्खी गांव में भी दबंग शराब बनाने में लिप्त हैं। जो गोलू सिरोठिया सगे भाइयों को साथ ले गया था, वह सरपंची का चुनाव लड़ने वाला था। जब मौतें होने लगीं तो शराब को दबंगों ने छिपा दिया। पुलिस ने गांव के लोगों से यह भी कहा कि गांव में यदि किसी ने शराब रखी हुई है तो उसे फेंक दे। कोई भी पुलिसवाला किसी से कुछ नहीं पूछेगा। कोई भी ऐसी शराब का सेवन न करें। यह शराब जानलेवा है।

सरपंच चुनाव के लिए छिपाकर रखी थी 10 पेटी शराब
जहरीली शराब से मौतों का मामला सामने आने पर जांच के लिए पुलिस ने SIT गठित की गई है। उसने मंगलवार रात छापा मारा तो गांव से सरपंच के दावेदार भिल्ली बाथम के पास 10 पेटी शराब मिली।

साहब, आप तो चले जाओगे हमें तो गांव में ही रहना है
भिंड के इंदुर्खी गांव के दबंग इस काम में लिप्त हैं। अवैध शराब बनाने वाले इतने दबंग हैं कि उन्होंने गांव के लोगों की जुबान बंद करा दी है। पुलिस ने जब गांव के लोगों से वन टू वन बातचीत की तो एक युवक यह भी कह गया कि साहब, आपको दिख नहीं रहा है कि गांव के लाेग क्यों सहमे हैं। आप लोग तो चले जाओगे। हम लोगों को परिवार के साथ गांव में ही रहना है। अब तक गांव में पुलिस चौकी भी नहीं है। ऐसे में रौन से जब तक पुलिस आएगी तब तक बहुत देरी हो जाएगी। पुलिस अफसरों से एक अन्य व्यक्ति ने यह भी कहा कि इस गांव में फिल्मी स्टाइल में एक तरफा राज्य है। ऐसे हालत में कोई क्यों दबंगों के खिलाफ बोलेगा?

पुलिस ने 25 से अधिक घरों में की सर्चिंग
अवैध शराब से 4 मौतों के बाद भिंड पुलिस की नींद टूटी। पुलिस विभाग के आला अफसर बुधवार को इंदुर्खी गांव में दिन भर रहे। उन्होंने करीब 25 घरों की सर्चिंग की, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं आया। यहां पुलिस ने यह भी कहा कि गांव में सर्दी, जुकाम, बुखार, पेट दर्द से यदि कोई पीड़ित है ता आकर बताए। उसके इलाज में पुलिस मदद करेगी। परंतु कोई आगे नहीं आया।

मृतक संतोष का बेटा बोला- दोषियों को सख्त सजा मिले
इधर, मृतक संतोष बाथम के बड़े बेटे आनंद से फोन पर चर्चा हुई। आनंद का कहना है कि शराब कहां से आई थी ? इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। चाचा रतीराम या पापा (संतोष) दोनों ने मिलकर शराब पी। मैं भोपाल में पुलिस का एग्जाम देने गया था। इसके बाद वापस आया तो यह जानकारी मिली। पिता के देहांत के बाद मेरे परिवार की हालत ठीक नहीं है। आनंद ने यह भी कहा कि गांव के 4 से 5 लोग और है जो भर्ती हैं। वो कहां भर्ती है इसकी जानकारी हमें नहीं है।

चंबल एक साल में जहरीली शराब से 30 की मौत
चंबल में एक साल में जहरीली शराब से 30 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले भिंड में ही जहरीली शराब से 9 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले साल होली के त्योहार पर यहां पांच लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा जनवरी 2021 में मुरैना में जहरीली शराब से 21 लोगों की मौत हो गई थी।

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