नोएडा में सोसाइटी में रहने वालों की बढ़ी मुश्किलें … प्रत्येक 5 साल में AOA को इमारत का कराना होगा स्ट्रक्चरल ऑडिट, प्राधिकरण ने शुरू की तैयारी

गुरुग्राम और दिल्ली में हुए हादसे के बाद नोएडा में भी इमारतों में रह रहे लोगों की सुरक्षा चिंता का विषय है। नोएडा में भी इमारत के मलबे में दबने से कई दर्जन लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में अब हर 5 साल बाद संबंधित सोसाइटी का स्ट्रक्चर, ऑडिट, अपार्टमेंट, ऑनर एसोसिएशन (एओए) के जरिए कराने की तैयारी है।

इसके लिए प्राधिकरण एजेंसियों का एक पैनल बनाएगा। इस पैनल में सीबीआरआई, आईआईटी रुड़की और आईआईटी दिल्ली जैसी एजेंसी होंगी। एओए इनमें से किसी एक को चुन सकता है। हालांकि ऑडिट का खर्चा एओए को ही देना होगा। प्राधिकरण इसे बिल्डिंग का नक्शा पास कराने से पहले जरूरी करेगा।

नोएडा प्राधिकरण में अभी ये है प्रावधान

नक्शा पास करने से पहले बिल्डर से प्राधिकरण स्ट्रक्चरल इंजीनियर का सर्टिफिकेट मांगता है। इस सर्टिफिकेट की जांच प्राधिकरण आईआईटी से कराता है। आईआईटी से मंजूरी हो जाने पर प्राधिकरण नक्शा पास कर ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट जारी कर देता है। इस पूरी प्रक्रिया में नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी या अन्य कोई जांच करने मौके पर नहीं जाता है। यानि पूरी प्रक्रिया कागजी होती है। इसके बाद कोई भी पत्र लेने का प्रावधान नहीं है। हालांकि नियमानुसार दो साल तक बिल्डर को ही इमारत की मरम्मत करनी होती है। इसके बाद वे एओए को सोसायटी हैंडओवर कर देते हैं।

फ्लैट खरीदारों के बीच बांटा जाएगा ऑडिट का खर्च

5 साल बाद इमारत का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने की जिम्मेदारी संबंधित एओए को देने की तैयारी है। ऑडिट के दौरान कोई बड़ी लापरवाही मिलने पर बिल्डर की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। हालांकि ऑडिट पर आने वाले खर्च एओए यानी बायर्स के बीच बांटा जाएगा।

नोएडा में 31 जुलाई 2018 शाहबेरी में इमारत गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई थी।
नोएडा में 31 जुलाई 2018 शाहबेरी में इमारत गिरने से 9 लोगों की मौत हो गई थी।

नोएडा में हुए हादसे

  • 31 जुलाई 2018 शाहबेरी में इमारत गिरने से नौ लोगों की हुई मौत
  • 7 अक्टूबर 2018 सेक्टर-94 में बीपीटीपी बिल्डर की शटरिंग गिरने से चार की मौत
  • 6 अगस्त 2019 रबूपुरा में दो मंजिला इमारत गिरने से दो की मौत
  • 14 जनवरी 2019 दो मंजिला इमारत गिरने से एक की मौत
  • 31 अक्टूबर 2020 सेक्टर-11 में इमारत गिरने से दो की मौत पांच घायल
  • 16 जनवरी 2021 सेक्टर-75 एक निर्माणाधीन इमारत गिरने से पांच घायल

नोएडा में सोसायटी पर एक नजर

नोएडा में 400 सोयायटी हैं। इसमें 18 निर्माणधीन हैं। इन सोसायटी में करीब 70 हजार फ्लैट बने हैं, जिनमें 2.5 लाख लोग रहते हैं। करीब 35 हजार फ्लैट निर्माणाधीन हैं।

प्राधिकरण ने कुल 1,757 इमारतों को चिह्नित किया था।
प्राधिकरण ने कुल 1,757 इमारतों को चिह्नित किया था।

प्राधिकरण ने सर्वे पर नहीं किया अमल

नोएडा प्राधिकरण ने शहर में चार श्रेणियों में जर्जर इमारतों का सर्वे कराया था। इसमें कुल 1,757 इमारतों को चिह्नित किया गया था। इसमें 114 इमारतें ऐसी थीं, जिसको ध्वस्त कर दिया जाना चाहिए था। इसमें पहला असुरक्षित और जर्जर, दूसरा अधिसूचित और अर्जित भवन पर अवैध कब्जा, तीसरा अधिसूचित और अनर्जित पर बनी इमारत व चौथा ग्राम की मूल आबादी में बनी बहुमंजिला इमारतों को शामिल किया गया था। पहली श्रेणी में कुल 56 जर्जर व असुरक्षित इमारत थी। कुल मिलाकर 1,757 इमारतों की एक सूची बनाई गई। ध्वस्तीकरण अब तक नहीं किया जा सका।

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