ग्वालियर में पूर्व मंत्री फिर लड़ेंगे चुनाव …. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के भांजे अनूप मिश्रा बोले- मैं चुनाव लडूंगा यह तय है, कहां से, ये पार्टी तय करेगी
ग्वालियर में आगामी वर्षों में होने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनाव रोचक होने वाले हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेयी के भांजे व हाल में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के करीबी हुए पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने ग्वालियर से चुनाव लड़ने की ताल ठोंक दी है। ……..से बात करते हुए अनूप मिश्रा ने कहा है कि मैं चुनाव लडूंगा यह तो तय है, अब पार्टी को सोचना है कि वह कहां से लड़ाना चाहती है।
अनूप मिश्रा ने साफ शब्दों में इरादे जता दिए हैं। उनके यह तेवर अब पार्टी नेतृत्व के लिए उलझन बढ़ा सकते हैं, क्योंकि अनूप अभी तक ग्वालियर पूर्व विधानसभा से चुनाव लड़ते आए हैं। इस सीट पर सिंधिया समर्थक मुन्नालाल गोयल का दावा मजबूत है। ऐसे में आने वाला समय बड़ा ही रोचक होने वाला है।
मिश्रा प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वे एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पार्टी की बैठकों में लगातार नजर आ रहे हैं। यही नहीं, हाल में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के ग्वालियर प्रवास के दौरान भी सक्रिय नजर आए थे। मांडरे की माता मंदिर पर उनकी आगवानी से लेकर हर पल साथ नजर आए थे। यहां सिंधिया ने अपना एक मास्क उतारकर उनको पहना दिया था, जो सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चित हुआ था।
अनूप मिश्रा की गिनती अंचल के बड़े नेताओं में होती है। वह सांसद, विधायक व प्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। अपने कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। अब उनके वापस सक्रिय होने पर ग्वालियर की विधानसभा सीटों पर चुनावी समीकरण को गड़बड़ा देगा।
अनूप मिश्रा लडेंगे चुनाव
– जब मिश्रा से पूछा गया कि वह एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं, क्या मान लिया जाए आगामी चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। इस पर उन्होंने बिना किसी झिझक के कहा कि मान लिया जाए नहीं, मैं आगामी चुनाव लडूंगा यह तय है। अब पार्टी को सोचना है कि मुझे कहां से लड़ाना है।
– हमेशा अपने लोगों के बीच सक्रिय रहता हूं। अभी बीच में राम मंदिर का काम देखने चला गया था।
अनूप के ताल ठोकने से यहां बिगड़ेगा समीकरण
अनूप मिश्रा के चुनाव से पहले ही ताल ठोकने पर ग्वालियर में आगामी विधानसभा चुनाव में समीकरण गड़बड़ाने वाले हैं। क्योंकि अनूप मिश्रा हमेशा से ग्वालियर पूर्व विधानसभा से चुनाव लड़े और जीते हैं। पर उनके बाद इस सीट से सिंधिया समर्थक मुन्नालाल गोयल कांग्रेस से चुनाव जीते। जब सिंधिया ने प्रदेश सरकार गिराई तो मुन्नालाल ने भी इस्तीफा दिया। उपचुनाव में वह भाजपा से लड़े और चुनाव हार गए। अब अनूप मिश्रा के साथ उनकी भी इस सीट पर दावेदारी होगी। इस सीट के अलावा भितरवार से भी अनूप मिश्रा जोर अजमाइश कर सकते हैं।