धनवानों से भरी होगी यूपी विधानसभा … टॉप 10 में 9 अमीर प्रत्याशी हारे, सदन में बैठेंगे 366 करोड़पति, 30 विधायकों पर 3 करोड़ से ज्यादा कर्ज

यूपी के 403 विधायकों में इस बार 366 विधायक करोड़पति हैं। इसमें सपा के 111 और बीजेपी के 233 विधायक करोड़पति हैं। 37 विधायक ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 1 करोड़ से कम है। इसमें 23 विधायक ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 50 लाख से 1 करोड़ के बीच है। सिर्फ दो विधायक ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 10 लाख से कम है। ऐसा नहीं कि सारे करोड़पति प्रत्याशी जीत गए। चुनाव में 1734 करोड़पति प्रत्याशी उतरे थे, लेकिन जीत 366 को ही मिली।

टॉप के जो 10 अमीर प्रत्याशी थे उनमें 9 हार गए। 30 ऐसे भी विधायक हैं, जिन पर 3 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है।

 आज विधायकों के पैसों के गुणा-गणित को समझेंगे…

सबसे पहले 10 जीते हुए सबसे अमीर विधायकों का नाम
मेरठ कैंट सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी अमित अग्रवाल की कुल संपत्ति 148 करोड़ है। मुरादाबाद ग्रामीण सीट पर सपा के टिकट पर जीते मो. नासिर ने चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति 60 करोड़ बताई है। बीएसपी के एकमात्र जीते हुए विधायक उमाशंकर सिंह की संपत्ति 54 करोड़ रुपए है। टॉप 10 सबसे अमीर विधायकों की संपत्ति को इस टेबल से समझिए।

विधायक पार्टी विधानसभा संपत्ति
1 अमित अग्रवाल बीजेपी मेरठ कैंट 148 करोड़
2 मो. नासिर सपा मुरादाबाद ग्रामीण 60 करोड़
3 राकेश पांडे सपा जलालपुर 59 करोड़
4 रानी पक्षालिका सिंह बीजेपी बाह 58 करोड़
5 मयंकेश्वर सिंह बीजेपी तिलोई 58 करोड़
6 उमाशंकर सिंह बसपा रसाड़ा 54 करोड़
7 प्रवीण पटेल बीजेपी फूलपुर 40 करोड़
8 अखिलेश यादव सपा करहल 40 करोड़
9 राकेश सचान बीजेपी भोगनीपुर 37 करोड़
10 नंदगोपाल गुप्ता नंदी बीजेपी इलाहाबाद दक्षिणी 37 करोड़

सबसे अधिक पैसा लेकर चुनाव में उतरे 10 में से 9 हार गए
नवाब काजिल अली खान इस विधानसभा के सबसे अमीर प्रत्याशी थे। उनकी कुल संपत्ति 296 करोड़ रुपए की है। इसके अलावा ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली की संपत्ति 195 करोड़ की है। इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर सुप्रिया ऐरन हैं उनकी कुल संपत्ति 147 करोड़ है। ये सभी प्रत्याशी हार गए।

प्रत्याशी पार्टी विधानसभा संपत्ति
1 नवाब काजिल अली खान कांग्रेस रामपुर 296 करोड़
2 शाह आलम उर्फ गुड्डु जमाली AIMIM मुबारकपुर 195 करोड़
3 सुप्रिया ऐरन सपा बरेली कैंट 147 करोड़
4 देवेंद्र नागपाल बीजेपी नौगांवा 140 करोड़
5 एसके शर्मा बीएसपी मथुरा 112 करोड़
6 राहुल यादव सपा सिकंदराबाद 100 करोड़
7 कुणाल सिंह राष्ट्रीय परिवर्तन दल सहसवान 88 करोड़
8 सहेंद्र सिंह रमाला बीजेपी छपरौली 84 करोड़
9 रईस अहमद सपा बदायूं 73 करोड़

सपा विधायक पर 23 तो बसपा और बीजेपी के विधायक पर 13-13 करोड़ का कर्ज
जलालपुर सीट से सपा के टिकट पर जीते राकेश पांडेय के ऊपर 23.22 करोड़ रुपए का कर्ज है। दूसरे नंबर पर मथुरा कैंट से विधायक बने अमित अग्रवाल हैं। उन पर 13.29 करोड़ रुपए और बसपा के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह पर भी 13.02 करोड़ रुपए का कर्ज है। कुल 30 विधायक ऐसे हैं, जिन पर 3 करोड़ रुपए से अधिक की देनदारियां हैं। आइए 10 सबसे बड़े कर्जदार विधायकों का कर्ज दिखाते हैं।

विधायक पार्टी विधानसभा कर्ज
1 राकेश पांडेय सपा जलालपुर 23.22 करोड़
2 अमित अग्रवाल बीजेपी मथुरा कैंट 13.29 करोड़
3 उमाशंकर सिंह बीएसपी रसड़ा 13.02 करोड़
4 विकास गुप्ता बीजेपी अयाह शाह 12 करोड़
5 ओमकार बीजेपी नेहतौर 12 करोड़
6 राकेश सचान बीजेपी भोगिनीपुर 8 करोड़
7 सिद्धार्थ नाथ सिंह बीजेपी इलाहाबाद पश्चिमी 7.60 करोड़
8 आर्यन खान सपा लखनऊ वेस्ट 6.71 करोड़
9 मारिया सपा मटेरा 5.83 करोड़
10 प्रकाश द्विवेदी बीजेपी बांदा 5.81 करोड़

114 विधायकों पर एक रुपया भी कर्ज नहीं
चुनाव जीतने वालों में 114 विधायक ऐसे भी हैं, जिन पर एक रुपए का भी कर्ज नहीं है। इसमें सपा गठबंधन के आजम खान, नाहिद हसन समेत 35 नाम शामिल हैं। बीजेपी गठबंधन के 76 नामों में बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, आसीम अरुण शामिल हैं। कुण्डा के बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा उर्फ मोना और वीरेंद्र चौधरी पर भी कोई कर्ज नहीं है।

टॉप 10 मुकदमों वाले सभी प्रत्याशी सपा के, 6 पर कोई कर्ज नहीं
रामपुर से विधायक चुने गए आजम खान पर 87 मुकदमे दर्ज हैं। उनकी संपत्ति 6 करोड़ है। उन पर किसी तरह का कोई कर्ज नहीं है। उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पर 43 मुकदमे दर्ज हैं, उन पर भी किसी तरह का कोई कर्ज नहीं है। तीसरे नंबर पर सरधाना से विधायक चुने गए अतुल प्रधान हैं। उन पर 38 मुकदमे हैं। उन पर भी कोई कर्ज नहीं है। 11वें नंबर पर बीजेपी गठबंधन की निषाद पार्टी से मेंहदावल सीट पर अनिल कुमार त्रिपाठी जीते थे। उनके खिलाफ 8 मुकदमे दर्ज हैं। 3.48 करोड़ रुपए कर्ज हैं।

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