जमीर बेचनेवाले मंत्री पुत्र के कॉलेज में रखी गई व्यापमं महाघोटाले की नींव, गृहमंत्री बोले- ऐसा कहना गलत
MPTET पेपर लीक केस में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा अब परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बचाव में उतर आए हैं। MPTET-2020 के पेपर का वायरल स्क्रीनशॉट सागर के ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेस कॉलेज से जारी हुआ था। इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। यह कॉलेज मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बेटे का है। गृहमंत्री ने डिफेंस मोड में आकर कहा कि कॉलेज को कंपनी किराए पर लेती है। सीधा कॉलेज के बारे में नहीं कहना चाहिए।
कांग्रेस ने फिर सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा- अपना जमीर बेचकर लोकतंत्र की हत्या करने वाले एक मंत्रीपुत्र के सागर स्थित कॉलेज में व्यापमं महाघोटाले की नींव रखी गई थी।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म विश्वनीय नहीं: गृहमंत्री
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 25 मार्च को जिस कॉलेज से पेपर लीक होना बताया गया है, उसे एक कंपनी ने किराए पर लिया था। इसलिए सीधा कॉलेज के बारे में नहीं कहना चाहिए। सोशल मीडिया का प्लेटफार्म विश्वसनीय नहीं होता। आरक्षक भर्ती में सिर्फ एक शिकायत विकास मीना की आई थी। उन्होंने कहा था कि पहले क्वालिफाई हो गया हूं और बाद में अनक्वालिफाइड कर दिया गया। जांच में पाया गया कि विकास पहले से ही अनक्वालिफाइड थे। एक ही बार रिजल्ट जारी हुआ। पुलिस आरक्षक भर्ती की 2017 की जो प्रक्रिया थी, उसके खिलाफ भी लोग इंदौर हाईकोर्ट गए थे। इंदौर हाईकोर्ट ने भी इस प्रक्रिया को सही माना था। पूर्व सैनिकों का आरक्षण यथावत है। चयन कटऑफ मार्क्स के हिसाब से किया गया है।