आज से इतिहास बना CPA …. 62 साल पुराने सीपीए का अस्तित्व खत्म, अफसरों की हुई पोस्टिंग; CM शिवराज की नाराजगी पड़ी थी भारी

करीब 62 साल पुराने CPA (राजधानी परियोजना प्रशासन) का 1 अप्रैल 2022 से अस्तित्व खत्म हो गया है। आज से सीपीए दो हिस्सों में बंट जाएगा। बिल्डिंग-सड़कों का काम PWD देखेगा और वन विभाग के जिम्मे 7 बड़े पार्क होंगे। शहर की 8% सड़कों की देखरेख करने वाले CPA को CM शिवराज सिंह चौहान की नाराजगी भारी पड़ी थी। अफसरों की पोस्टिंग हो चुकी है। वे शुक्रवार से सीपीए के कामकाज संभाल लेंगे।

सड़कों के मुद्दे पर करीब 6 महीने पहले 20 अगस्त को सीएम चौहान ने मंत्रालय में बड़ी मीटिंग बुलाई थी। इसी दौरान उन्होंने सीपीए को खत्म करने के निर्देश दे दिए थे। इसके बाद प्रस्ताव बने और कई बैठकें हुईं। मार्च में कैबिनेट में मंजूरी का ठप्पा लगा और 17 मार्च को आदेश निकलते ही सीपीए इतिहास बन गया।

पीडब्ल्यूडी में इनकी पोस्टिंग हुई
पीडब्ल्यूडी ने बिल्डिंग और सड़कों की देखरेख के लिए अधिकारियों की पोस्टिंग कर दी है। प्रभारी अधीक्षण यंत्री जीपी वर्मा बनाए गए हैं। वहीं, राजधानी परियोजना निर्माण संभाग क्रमांक-1 में ईई अवनींद्र सिंह, क्रमांक-2 में ईई अनंत रघुवंशी की पोस्टिंग की गई है। ईई अनंत रघुवंशी को ही भवन नियंत्रक विधानसभा का दायित्व सौंपा गया है। यानी वे एनेक्सी का मेंटेनेंस भी देखेंगे। गैस राहत संभाग भोपाल में ईई प्रवीण शर्मा को पदस्थ किया गया है। वहीं, नया विद्युत यांत्रिक संभाग राजधानी परियोजना प्रशासन का ईई वीके मनमानी को बनाया गया है। कर्मचारी जहां पहले थे, वहीं पर उन्हें पदस्थ किया गया है। ये सभी चीफ इंजीनियर संजय मस्के को रिपोर्ट करेंगे।

वन विभाग ने 7 पार्कों की जिम्मेदार एसडीओ और रेंजरों को दी है। जो जिस पार्क में पदस्थ है, फिलहाल उन्हें वहीं रखा गया है।

सरकार के दामन पर दाग बनी थीं सड़कें
पिछले साल बारिश के दौरान राजधानी की सड़कें सरकार के दामन पर दाग बन गई थी। 50% सड़कें ऐसी थीं, जो बारिश में उखड़ चुकी थी। कोलार, होशंगाबाद रोड, रायसेन रोड, कमला पार्क, हमीदिया रोड समेत कई सड़कें गड्‌ढों में तब्दील हो गई थी। इस कारण सियासत गरमा चुकी थी और कांग्रेसी सरकार को घेर रहे थे।

कई ऑइकानिक प्रोजेक्ट दिए, पर सड़कों से नप गया
ऐसा नहीं है, सीपीए सिर्फ सड़कों का काम ही देखता था। नए शहर को खूबसूरती देने में उसकी बड़ी भूमिका रही है। नए मंत्रालय एनेक्सी बनाने से लेकर VIP रोड जैसे कई बड़े काम उसने ही किए। भारत, भवन, शौर्य स्मारक, ट्राइबल म्यूजियम, मानव संग्रहालय, टीटी नगर स्टेडियम, सतपुड़ा, विध्यांचल आदि इमारतें भी सीपीए ने बनाई है। शहर को कई ऑइकानिक प्रोजेक्ट देने के बावजूद वह खराब सड़कों की भेंट चढ़ गया।

यह काम था CPA का
शहर को व्यवस्थित तरीके से डेवलप करने के लिए 1 जून 1960 में आवास एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत CPA का गठन किया गया था। इसका काम भोपाल शहर की सड़कों को बनाना और उनका मेंटेनेंस करना था। इसके अलावा, उसके जिम्मे पर उद्यान, बिल्डिंग निर्माण, पुल-पुलियाएं बनाने आदि के काम भी आ गए। वीआईपी रोड से लेकर एनेक्सी भी सीपीए ने ही बनाए। हालांकि, एनेक्सी को लेकर सीपीए के अफसर कई बार रडार पर आ चुके थे।

सात बड़े पार्क भी बनाए
इसके अलावा 132 एकड़ में सात बड़े पार्क बनाए। इनमें एकांत, प्रियदर्शनी, मयूर, चिनार, प्रकाश तरण पुष्कर आदि शामिल हैं। अभी सड़क, बिल्डिंग, पार्क समेत छोटे-बड़े 250 से ज्यादा प्रोजेक्ट चल रहे थे, जो अब पीडब्ल्यू और वन विभाग के जिम्मे आ गए हैं।

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