सतर्कता:किराये पर घर लेते समय किन बातों का ख़्याल रखना ज़रूरी है ? जानिए इस लेख में
- नौकरी या पढ़ाई के लिए किसी नए शहर में जाने पर सबसे पहली खोज होती है घर का इंतज़ाम करना।
- किराये पर घर तो िमल जाते हैं, लेकिन किन मापदंडों का ख़्याल रखें कि बाद में मुश्किलें पेश न आएं, इस लेख से जानिए।
सुकून की परख
नए घर के क्षेत्र में सुरक्षा, आफ़िस-काॅलेज की दूरी, इलाके की बसाहट, ज़रूरत के सामान की सीमित दूरी में उपलब्धता जांचने के साथ ही मकान की भीतरी बनावट व व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दें। हवादार खिड़कियां, बालकनी या छत, पीने के पानी की घर में ही सुलभता, ऊपर का घर है तो साफ़-सुरक्षित सीढ़ियां हों, यह भी सुनिश्चित कर लें।
किरायानामे की शर्तें
किरायानामे के दस्तावेज़ को ज़रूर पढ़ लें। इसमें लिखा होता है कि कितने समय बाद किराया बढ़ाया जाएगा व आपके निवास की मियाद कितनी है। करारनामे में सुरक्षा राशि से संबंधित नियम लिखे होते हैं।
अधिकार जानें
मकान मालिक से अलिखित नियमों व शर्तों पर चर्चा कर लें जैसे कि वे आपकी निजी जि़ंदगी मंे दखल नहीं देंगे, आपके परिवार के सदस्यों के आने पर किराए में बढ़ोतरी तो नहीं होगी, अपने आने-जाने के समय का पहले ही बता दें, गेट की एक चाबी ले लें, ताकि बाद में पूछताछ आदि न हो।
मीटर देखना न भूलें
बिजली का बिल अगर किराये में शामिल नहीं है तो मीटर की रीडिंग को लिख लें ताकि बाद में भुगतान को लेकर खींचतान न हो। कई बार मकान मालिक पानी की मोटर आदि को किरायेदार के मीटर से चलाते हैं। मीटर में क्या कुछ जोड़ा गया है, इस बारे में पहले ही साफ़ बात कर लें।
सुविधाओं पर ग़ौर करें
अगर फर्निशड घर ले रहे हैं तो फर्नीचर जांच लें कि कहीं उसमें टूट-फूट न हुई हो। कई बार मकान मालिक घर ख़ाली कराते समय टूट-फूट आदि की ज़िम्मेदारी आपकी बताकर सुरक्षा राशि से रुपये काट लेते हैं। सावधानी के तौर पर, फर्नीचर, खिड़की, दरवाज़ों व किचन की फोटो खींचकर मकान मालिक से साझा कर लें। गिनकर चाबियां लें और उन्हें भी नोट करवा दें।