शहर सरकार चुनाव 2022 …?
पार्षद पद 6507, भाजपा में दावेदार 40 हजार से ज्यादा, इनमें चाय, सब्जी, फल बेचने वाले भी….
नगरीय निकायों यानी शहर सरकार के पहले चरण की वोटिंग 6 जुलाई को है, लेकिन इन दिनों भाजपा की परेशानी चुनाव नहीं, बल्कि महापौर और पार्षद पद के हजारों दावेदारों को संतुष्ट करने की है। दरअसल, 16 नगर निगम के महापौर और 6507 पार्षद पदों के लिए 40 हजार से ज्यादा दावेदारी के आवेदन पार्टी के संगठन और नेताओं के पास पहुंचे हैं।
ऐसा पहली बार है, जब इतनी बड़ी संख्या में दावेदार सामने आए हैं। इसके पीछे प्रमुख वजह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से भी आई दावेदारियों को माना जा रहा है। भाजपा ने इन आवेदनों की स्क्रूटनी के लिए टीम लगा दी है। एक-दो दिन में हर सीट के लिए नाम का पैनल तैयार हो जाएगा।
पार्षद पद के दावेदार नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों तक के हैं। टिकट चाहने वाले मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष, प्रभारी मंत्री, सांसद और विधायकों से लेकर जिला अध्यक्ष तक के दरवाजों पर हाजिरी भर रहे हैं।
ऐसा कोई वार्ड नहीं है, जहां छह से सात दावेदार न हों। इसलिए दावेदारों के नाम फाइनल नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे आसार बन रहे है कि पार्टी कुछ बड़े शहरों में दावेदारों को पर्चा भरने की मंजूरी दे देगी। बाद में कोई एक प्रत्याशी का नाम फाइनल करने के बाद उसे बी-फार्म जारी करेगी।
दिल्ली-पंजाब में चाय, सब्जी बेचने वाले जीते, इसलिए हमें भी टिकट दें
प्रदेश में कुल 347 नगरीय निकाय है। इनमें 16 नगर निगम है। इनमें पार्षद के 6507 प्रतिनिधि चुने जाना हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि टिकट के दावेदारों में कार्यकर्ता के अलावा प्रोफेशनल्स, डॉक्टर, प्रोफेसर, सीए और वकील शामिल हैं।
वार्ड पार्षद बनने के लिए चाय बनाने, सब्जी बेचने और ऑटो रिक्शा चलाने वाले भी सामने हैं। दावेदार बाकायदा आवेदन में लिख रहे है कि दिल्ली और पंजाब में चाय-सब्जी बेचने और ऑटो रिक्शा चलाने वाले जीते हैं। हमें भी टिकट दिया जाए। इंदौर में सेना के रिटायर्ड फौजियों ने भी लड़ने की इच्छा जताई है।
मेयर के 16 पद, लेकिन 140 दावेदार
प्रदेश के 16 नगर निगम हैं। इनमें मेयर का टिकट पाने के लिए 140 आवेदन आ चुके हैं। सबसे ज्यादा भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर जैसे शहरों से हैं। इन दावेदारों में सिर्फ सोलह को ही टिकट मिलना है।
नारी शक्ति… एनजीओ चलाने वाली महिलाओं के ज्यादा आवेदन
भाजपा नगरीय निकाय चुनाव में महिलाओं को 50% टिकट देने का दावा करती आई है। इस बार भी महिला वर्ग को उम्मीद है कि आधी आबादी को टिकट मिलेंगे। इसके चलते वार्ड में नेता-कार्यकर्ता अपनी पत्नियों को टिकट के लिए आगे कर रहे हैं। महिलाओं में सबसे ज्यादा एनजीओ चलाने और सामाजिक संस्थाओं से जुड़ी महिलाओं ने टिकट के लिए बायोडाटा दिए है।
बड़े जिलों को नसीहत… जरूरत पड़ने पर ही 4 नाम फाइनल करें
इस बार के नामांकन में गांवों में पंच का चुनाव लड़ने के लिए लोग नहीं होने से करीब 2 लाख पद खाली रहे। इसके विपरीत नगरीय निकायों में नगर परिषद के छोटे वार्ड में टिकट की मांग है। संगठन ने बड़े जिलों में नसीहत दी है कि दो दिन में जिलों मे छोटी सूची बना लें। केवल तीन नामों के पैनल या बहुत जरूरत पड़ने पर चार नाम तक फाइनल करें। इन्हीं नामों पर चर्चा होगी।
बैठक टली… कोर कमेटी के सभी नेताओं के पास समय नहीं
मेयर के टिकटों को अंतिम रूप देने के लिए होने वाली भाजपा कोर कमेटी और चुनाव प्रबंध समिति की 9 जून को होने वाली बैठक आगे टाल दी गई है। कोर कमेटी के सभी नेताओं के पास समय नहीं होने से अब यह बैठक 11 या 12 जून को होगी। बता दें कि ज्यादातर नेता इन दिनों चुनावी कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। ऐसे में बैठक के लिए भोपाल तक आने का समय निकाल पाना मुश्किल हो रहा है।