प्रयागराज हिंसा के 85 उपद्रवियों की फोटो जारी …
चश्मदीद ने कहा- गौसिया होटल की छत पर चढ़े 50-60 लोगों ने सबसे पहले बरसाए थे पत्थर…..
प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद उपद्रव करने वाले 85 लोगों के पोस्टर बुधवार को जारी किए गए हैं। ये तस्वीरें, पुलिस ने CCTV और लोगों से मिले वीडियो से इकट्ठा किए हैं। इन उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए एडीजी जोन प्रेम प्रकाश की अगुवाई में 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। फरार आरोपियों के सामने नहीं आने पर संपत्ति कुर्क की जाएगी। इससे पहले 92 उपद्रवियों की पहचान हो चुकी है।
प्रयागराज के अटाला में 10 जून की दोपहर जुमे के नमाज के बाद पत्थरबाजी और आगजनी की गई थी। दैनिक भास्कर ने आप तक हिंसा की आंखों देखी पहुंचाने के लिए एक बांग्लादेशी महिला और अटाला के पार्षद मोइनुद्दीन से बात की। ये वहीं लोग थे, जो अटाला में हुई हिंसा के दौरान मौजूद थे।
बांग्लादेशी महिला बोलीं- मार्केट गई थी, फिर अचानक पत्थर चलने लगे
बांग्लादेशी महिला ने कहा, ‘मैं घर के बाहर कुछ काम से निकली हुई थी। समय यही कोई 1.30 बजे होंगे। बाजार में सब कुछ सामान्य नजर आ रहा था। लोग सामान्य खरीदारी कर रहे थे। अचानक मुस्तफा मार्केट तिराहे की तरफ से भीड़ आती दिखी। हम लोग तो घबरा गए थे। समझ नहीं आया कि किधर जाएं।
फिर कुछ भी समझ में आने से पहले पत्थर चलने लगे। मेरे साथ एक और महिला थीं। जिनके सिर पर आकर पत्थर लगा। उनकी चीख निकल गई। खून बहने लगा। मुझे लगा अब हम मरने वाले हैं…। इसी बीच दूसरी तरफ से भी लोग आ गए। कुछ नारेबाजी भी हो रही थी, लेकिन हमें समझ नहीं आया।
इसी बीच पुलिस आती है। वो लोग लाठियां हिलाते हुए पत्थर फेंकने वालों को डराने लगते हैं। लेकिन, कोई डर नहीं रहा था। मुझे लगता है कि वो लोग अकबरपुर वाले थे।’
पार्षद बोले- प्री प्लानिंग से हुआ, 8 जगहों से आए थे ये उपद्रवी
अटाला के पार्षद मोइनुद्दीन कहते हैं कि अटाला में हिंसा फैलाने वालों में बाहरी लोग भी शामिल थे। ये पूरी हिंसा प्री प्लान थी। झूंसी, नैनी, करेलाबाग, करेली, गंगागंज, न्यायपुर, दोंडीपुर, गढ़ी सराय में नजर आने वाले कुछ लड़के एक पॉलिटिकल पार्टी से ताल्लुक रखने वाले नजर आए थे। पुलिस को इसके बारे में बताया गया है।
कुछ लड़कों को हमने पकड़कर पीटा भी था। पार्षद ने बताया कि सबसे पहले इलाहाबाद और गौसिया होटल के छत पर 50-60 लोग चढ़े थे। यहीं से सबसे पहले पत्थरबाजी की शुरुआत हुई है। यहीं वजह है कि पुलिस सबसे पहले इन्हीं इलाकों के सीसीटीवी देखे। लोग भी पहचाने गए हैं।
फरार आरोपियों की कुर्क होगी संपत्ति
प्रयागराज में अब तक 177 उपद्रवियों की फोटो जारी हो चुकी है। इनमें ऐसे उपद्रवियों को भी शामिल किया गया है, जिन्होंने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया है। अब तक 68 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। 5400 लोगों को उपद्रव का आरोपी बनाया गया है। एडीजी ने कहा कि उपद्रवियों की पहचान के लिए तीन नंबर 9454402863, 7905509853 और 8941001786 जारी किए गए हैं। इन पर कॉल या वॉट्सऐप कर जानकारी दे सकते हैं। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
- 10 तस्वीरों में देखिए उपद्रव और आरोपी
प्रयागराज पुलिस से जारी इन तस्वीरों को देखने के बाद हम आपको हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद के पॉलिटिकल कनेक्शन के बारे में भी बताते हैं। सपा के कई बड़े नेताओं के साथ उसकी तस्वीरें मिली है। संरक्षण के लिए वो पॉलिटिकल लीडर के साथ उठता-बैठता रहा है।
अखिलेश यादव के साथ जावेद
प्रयागराज के अटाला हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद उर्फ पंप का सपा कनेक्शन सामने आया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ जावेद की तस्वीरें वॉट्सऐप और फेसबुक पर पोस्ट की जा रहीं हैं। ये तस्वीरें विधानसभा पुलिस सोर्स के मुताबिक जावेद का कई कद्दावर नेताओं के साथ मिलना-जुलना था।
10 जून को हिंसा के बाद जावेद अहमद उर्फ पंप को मुख्य आरोपी बनाया गया है। सामने आया है कि जावेद विधानसभा चुनाव में भी सक्रिय रहा है। उसका सपा के कई बड़े नेताओं के साथ मिलना-जुलना था। विधानसभा चुनाव 2022 में जावेद सपा के लिए कैंपेन भी करते हुए देखा गया था। सपा पार्टी के लिए मुस्लिम क्षेत्र से चुनावी चंदे के लिए भी जावेद सक्रिय रहा है। स्थानीय सपा पार्षद के साथ भी जावेद के गहरे संबंध थे। वह भी हिंसा के मामले में वांछित है। अभी तक वह फरार चल रहा है।