ग्वालियर: अग्निपथ के विरोध में युवाओं को उकसाने का है आरोप.. रिटायर्ड फौजी ने भड़काया उपद्रव, VIDEO आया सामने ….
- गोला का मंदिर चौराहा पर दंगे के समय था मौजूद
ग्वालियर में तीन दिन पहले अग्निपथ योजना के विरोध में हुए उपद्रव के मामले में पुलिस को एक पूर्व फौजी की तलाश है। इसे पुलिस पूछताछ के बहाने थाने तक तो ले लाई, लेकिन यह फौजी चकमा देकर निकल गया। पूर्व फौजी मनोज फिजिकल ट्रेनर है। मनोज पर अग्निपथ योजना को लेकर सेना की तैयारी कर रहे युवाओं को भड़काने और उन्हें गोला का मंदिर पर एकजुट करने का आरोप है। उपद्रव वाले दिन सोशल मीडिया पर का मनोज फौजी का एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ। पुलिस उस पर पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर चुकी है।
यह है पूरा मामला
केन्द्र सरकार की सेना भर्ती स्कीम “अग्निपथ’ को लेक पूरे देश में उपद्रव हो रहा है। विशेषकर सेना की भर्ती करने वाले युवा इसके खिलाफ हैं। इसमें चार साल की नौकरी का प्रावधान है। इसी के विरोध में 16 जून को ग्वालियर में अग्निपथ योजना को लेकर हजारों की संख्या में युवाओं ने गोला का मंदिर पर विरोध प्रदर्शन किया। रेलवे स्टेशन पर जाकर तोड़फोड़ और आगजनी भी की। बताया जा रहा है जिले से संचालित होने वाले वॉट्सऐप ग्रुप पर युवाओं को गलत जानकारी दी गई और एक जगह इकट्ठा होने के लिए कहा गया। इसके बाद उपद्रव भड़क उठा।
हाल ही में सोशल मीडिया पर उपद्रव वाले दिन का एक VIDEO सोशल मीडिया पर सामने आया है। इसमें मनोज फौजी खुद की सेल्फी लेता और युवाओं को उकसाते दिख रहा है। अब पुलिस ने फिजिकल ट्रेनर पर फंदा कस दिया है। इस मामले में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह आदेश जारी कर दिए हैं कि जिले में कोई भी फिजिकल क्लब बिना अनुमति के संचालित नहीं होगा। ऐसे क्लबों को क्षेत्रीय एसडीएम कार्यालय से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
ऐसे पुलिस के हाथ से फिसला मनोज फौजी
पुलिस मनोज को पूछताछ के लिए थाने लाई थी। उस पर उपद्रव में शामिल होने का संदेह था। पूछताछ के बाद वह थाने के बाहर खड़ा था। तभी पुलिस को फुटेज मिले और पुलिस ने उस पर एफआईआर की तैयारी शुरू की। फौजी को इसकी भनक लगी तो वह थाने के बाहर से ही भाग गया। इसके बाद पुलिस ने उस पर पांच हजार का इनाम घोषित किया है।