कटनी में दिग्गजों को पटखनी देने वाली प्रीति की कहानी …?

शिवराज-सिंधिया पर भारी पड़ी बीजेपी की बागी, अपने दम पर बनीं मेयर….

नगर निगम के चुनाव के दूसरे चरण में कटनी में बड़ा उलटफेर हुआ। यहां निर्दलीय उम्मीदवार प्रीति सूरी महापौर बनी हैं। उन्होंने बीजेपी से बागी होकर चुनाव लड़ा और जीतीं। प्रीति सूरी ने जीत के बाद दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा-बीजेपी बहुत बड़ी पार्टी है। मुझे बीजेपी ने 6 साल के लिए निष्कासित किया, वह मुझे क्यों वापस लेगी? यानी साफ है कि बीजेपी में वापसी का उनका फिलहाल कोई इरादा नहीं है।

प्रीति सूरी की राजनीतिक ताकत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी उम्मीदवार ज्योति दीक्षित को जिताने मैदान में उतरना पड़ा। जबकि कटनी में पूर्व मंत्री संजय पाठक का दबदबा है और उनकी गारंटी पर ही ज्योति को पार्टी ने टिकट दिया था। प्रदेश के लिए कटनी की नव निर्वाचित महापौर प्रीति सूरी भले ही नया चेहरा है, लेकिन शहर में उनकी जमीनी ताकत से हर कोई परिचित रहा। जानिए, कौन हैं प्रीति सूरी, जो कटनी की प्रथम महिला बनीं।

प्रीति सूरी बीजेपी की कटनी जिला महामंत्री रही हैं। वे पहली बार 2009 में महारानी लक्ष्मी बाई वार्ड से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़कर पार्षद बनी और MIC (मेयर इन काउंसिल) की सदस्य बनीं। उन्हें बाल विकास जैसी अहम शाखा की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद 2014 में वे फिर पार्षद बनीं और इस बार उन्हें नगर निगम में प्रशासनिक शाखा का प्रभारी बनाया गया। उनके पति संजय सूरी 2004 में इसी वार्ड से निर्दलीय के रूप में जीते थे। प्रीति सूरी अपनी ओर से शहर को पानी के टेंकर और शव वाहन की फ्री सर्विस भी दे चुकीं हैं।

6 साल के लिए हुईं थी निलंबित

प्रीति सूरी ने जब निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर ताल ठोकी तो बीजेपी के बड़े नेताओं ने उन्हें मनाने की भरसक कोशिश की, लेकिन उन्होंने कदम पीछे खीचने से इंकार कर दिया था। इसके बाद उन्हें और उनके पति संजय सूरी को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

पाठक के दावे को गलत साबित किया

कटनी में पूर्व मंत्री संजय पाठक का राजनीति रसूख है। उन्होंने दावा किया था कि बीजेपी की उम्मीदवार ज्योति दीक्षित 51 हजार वोट से जीतेगी। लेकिन चुनाव के नतीजे इसके उलट आए। प्रीति सूरी ने बीजेपी की ज्योति को 5 हजार से ज्यादा वोट से हराकर महापौर की कुर्सी पर कब्जा किया।

पूर्व मंत्री समर्थक रेत कारोबारी की पत्नी हारी

बीजेपी ने कटनी में सक्रिय कार्यकर्ता प्रीति सूरी की बजाय रेत कारोबारी विनय दीक्षित की पत्नी ज्योति को टिकट दिया था। उन्हें पूर्व मंत्री संजय पाठक का करीबी माना जाता है। जबकि यहां से बीजेपी विधायक संदीप जायसवाल चाहते थे कि प्रीति सूरी को उम्मीदवार बनाया जाए। बताया जाता है कि पाठक ने ज्योति को जिताने की गारंटी ली थी। बता दें कि कटनी का एक हिस्सा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के संसदीय क्षेत्र में आता है। लिहाजा उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार के लिए पूरी ताकत झोंकी थी। बावजूद इसके कांटे के मुकाबले में ज्योति को बागी प्रीति ने हरा दिया।

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