यूपी में 6 महीने में 1.89 लाख महिलाओं का उत्पीड़न …? 1090 पर दर्ज कराई शिकायत, 85 हजार महिलाएं साइबर बुलिंग की शिकार

UP वीमेन पॉवर लाइन (1090) के राडार पर साइको शोहदे हैं। वीमेन पॉवर लाइन पर एक जनवरी 2022 से 30 जून 2022 तक 1,89,004 महिलाओं ने शिकायतें की। जिसमें 85,331 शिकायतें फोन बुलिंग, साइबर बुलिंग और गंभीर उत्पीड़न से जुड़ी थी।
वीमेन पॉवर लाइन की टीम ने 95% शिकायतों को सॉल्व किया है। बीते साल यानी 2020 में 16 शोहदों को गिरफ्तार किया गया। जो नाम और नंबर बदलकर महिलाओं को परेशान कर रहे थे। कार्रवाई के बाद भी यह आंकड़े कम होते नजर नहीं आ रहे।
कम नहीं हो रही महिला उत्पीड़न की शिकायतें, कार्रवाई हुई तेज

1090 पर फोन पर और ऑफिस जाकर कोई भी महिला अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है।
1090 पर फोन पर और ऑफिस जाकर कोई भी महिला अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है।

वीमेन पॉवर लाइन के शिकायतों के आंकड़ों पर नजर डाले तो जनवरी 2022 से जून 2022 तक महिला उत्पीड़न की 1,89,004 महिलाओं ने शिकायतें की। वहीं जनवरी 2021 से अगस्त 2021 तक 2.13 लाख शिकायतें दर्ज हुई थी। फोन बुलिंग की शिकायतें बढ़ी हैं। इस बार 85,331शिकायतें दर्ज हुई। वहीं पिछले साल 36262 शिकायतें दर्ज हुई थी। हालांकि इस बार कार्रवाई तेजी से हुई और 90 % मामलों को सॉल्व किया गया।

3400 शिकायत पारिवारिक, काउंसलिंग से हुई सॉल्व
1090 की टीम ने जनवरी से जून तक आई 3,490 पारिवारिक शिकायतों को निपटा लिया है। वहीं दर्जन भर मामलों में स्थानीय पुलिस से संपर्क कर एफआईआर दर्ज कराई।वहीं जून 2020 से अब तक 1090 की विशेष टीम ने 16 शोहदों को जेल पहुंचाया। जिन्होंने साइबर बुलिंग से यूपी की सैकड़ों महिलाओं को परेशान कर रखा था।

क्या है साइबर बुलिंग
साइबर बुलिंग में लोग अपना नाम व पता छिपाकर सोशल मीडिया पर अश्लील मैसेज, फोटो व वीडियो भेजते हैं। साइबर बुलिंग से पीड़ित का न केवल मानसिक बल्कि सामाजिक स्तर पर भी अपमानित होता है। साइबर बुलिंग की शिकार ज्यादा होती हैं।

कोई परेशान करे तो इन नंबरों पर करें फोन
महिलाओं की मदद के लिए सरकार ने नंबर जारी किए हैं। इन पर कॉल करके तुरंत मदद पाई जा सकती है। वीमेन हेल्पलाइन नंबर 1091/1090 पूरे देश के लिए है। इसके अलावा महिलाएं कंट्रोल रूम 112 और नेशनल कमिशन फॉर वीमेन (NCW) के 0111-23219750 नंबरों पर कॉल कर सकती हैं।

यूपी के साइको शोहदे जो किसी को भी मिला देते थे फोन….

लखनऊ की 19 महिलाओं समेत 113 महिलाओं ने दर्ज कराई थी शिकायत, 36 जिलों की पुलिस कर ही थी तलाश

पुलिस की गिरफ्त में रावेन्द्र कुमार।
पुलिस की गिरफ्त में रावेन्द्र कुमार।

कौशांबी के कोरियों गांव निवासी रावेन्द्र कुमार मौर्य के खिलाफ 113 महिलाओं ने फोन पर परेशान करने की शिकायत की थी। उसकी यूपी के 36 जिलों की पुलिस तलाश कर रही थी। रावेन्द्र पुलिस से बचने के लिए फोन करने के दौरान लोकेशन के साथ समय-समय पर सिम बदलता रहता था। साथ ही घर की जगह खेतों में बैठकर फोन करता था।

रावेन्द्र अपने फोन से किसी भी नंबर को मिला। फोन लड़के के उठाने पर काट देता और लड़की के उठाने पर बातें करने लगा। उसके फोन करने के विरोध पर धमकी देता। पुलिस ट्रेस न कर सके इसके चलते कई मोबाइल फोन और सिम का प्रयोग करता था। साथ ही फर्जी आईडी पर सिम लेता था।

पुजारी कर रहा था अश्लील बातें, 23 जिले की 60 महिलाओं ने की शिकायत

महिलाओं से छेड़छाड़ मामले में गिरफ्तार देवेंद्र कुमार।
महिलाओं से छेड़छाड़ मामले में गिरफ्तार देवेंद्र कुमार।

6 दिसंबर 2021 को महिलाओं को कॉल कर अश्लील बातें कर परेशान करने वाले पुजारी को गिरफ्तार किया गया। रायबरेली के भदोखर कल्याणपुर निवासी देवेंद्र कुमार के खिलाफ लखनऊ, रायबरेली, सुल्तानपुर सहित 23 जिलों की 60 महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपी के पास से मोबाइल व फर्जी नाम व पते पर खरीदे गये सिमकार्ड भी बरामद किये है। वह पेशे से पुजारी था।

स्टेशनरी दुकानदार नंबर बदलकर करता था फोन

पुलिस की गिरफ्त में शिवकुमार।
पुलिस की गिरफ्त में शिवकुमार।

24 जून 2021 वीमेन पावर लाइन की टीम ने महिलाओं को अश्लील कॉल कर परेशान करने के आरोपी शिव कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया। स्टेशनरी दुकानदार शिवकुमार एक सिम से ही महिलाओं को नग्न होकर वीडियो कॉल करता था। यही नहीं उन्हें मैसेज भी भेजता था। महिलाओं के शिकायत करने की बात कहने पर उन्हें ब्लैकमेल करता था।

महिलाओं को फोन करने के लिए फर्जी आइडी से सिम ले रखा था। उसके खिलाफ करीब दो दर्जन महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई थी।

ऐसे ही कुछ सिरफिरे शोहदे जिनके खिलाफ कई जिलों में दर्ज हैं मुकदमे

  • लखनऊ के ठाकुरगंज रहने वाला लक्ष्मीकांत महिलाओं को नंबर बदल-बदल कर परेशान करता था। उसके खिलाफ वर्ष 2017 से 2021 तक 71 महिलाओं से छेड़छाड़ के मुकदमें दर्ज हुए।
  • एटा जिला का शैलेन्द्र कुमार के खिलाफ 22 शिकायतें दर्ज हुए। वह महिलाओं के शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस के फोन करते ही दोबारा गलती न करने की बात कह कर माफी मांग लेता था। बाद में दोस्तों के साथ दोबारा नंबर बदलकर फोन पर परेशान करता था।
  • लखनऊ पारा का देशराज पुलिस से बचने के लिए अपने पैतृक गांव व रिश्तेदारों के यहां ठिकाना बनाए था। इसके खिलाफ 8 शिकायतें दर्ज थी।
  • प्रतापगढ़ निवासी रोहित शुक्ला नंबर बदल-बदल कर महिलाओं को परेशान करता था। पुलिस नंबर ट्रेस न कर सके, इसके लिए 5 अलग-अलग मोबाइल का इस्तेमाल करता था। वहीं पुलिस गिरफ्तार न कर सके, इसके लिए खेत में पेड़ पर चारपाई बांध कर सोता था। इसके खिलाफ 37 शिकायतें दर्ज थीं।

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