गोंडा में 3500 गैर मान्यता प्राप्त स्कूल का संचालन …? खण्ड शिक्षाधिकारियों के संरक्षण में फल-फूल रहा शिक्षा का कारोबार, अधिकारी कर रहे कार्रवाई की बात
गोंडा में मुख्यालय से लेकर ग्रामीण अंचलों तक सारे नियमों को ताक पर रख कर खण्ड शिक्षाधिकारियों के संरक्षण में स्कूल चलाए जा रहे हैं। ऐसे विद्यालयों द्वारा बच्चो को लाने ले जाने के लिये खटारा वाहनों का उपयोग किया जा रहा है। बच्चो के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
जो किताबें इन विद्यालयों में चलाई जा रही है वो बेसिक शिक्षा के मानकों को भी पूरी नहीं करती। छप्पर से लेकर बिना मानक पेयजल,खेल कूद मैदान व अन्य सुविधाओं को अनदेखी करके विद्यालय का संचालन किया जा रहा है।
गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों की रिपोर्ट
दो माह पूर्व शासन के निर्देश पर समस्त खण्ड शिक्षाधिकारियों से गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों की रिपोर्ट मांगी गयी थी। जिसमें अधिकांश खण्ड शिक्षाधिकारी अपनी रिपोर्ट तक मुख्यालय को उपलब्ध नहीं कराए है। कुछ खण्ड शिक्षाधिकारी गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय गए जांच भी की। लेकिन रिपोर्ट ठन्डे बस्ते में डाल दी गयी।
विद्यालयों को बंद करने की नोटिस
मुख्यालय से कुछ विद्यालयों को बंद करने की नोटिस भी दी गयी। लेकिन विद्यालय आज भी धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं।सबसे अधिक गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय मुजेहना शिक्षा क्षेत्र में संचालित है। जिन पर खण्ड शिक्षाधिकारी का संरक्षण प्राप्त है।
जुर्माना लगाकर बंद होंगे स्कूल
इस सम्बन्ध में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह से बात की गयी तो अखिलेश प्रताप ने कहा कि सैकड़ों विद्यालयों को बन्द करने की नोटिस भेजी गई है। 3-4 विद्यालय बन्द कर दिए गए है, जो बन्द नहीं किये है उनके ऊपर एक लाख का जुर्माना लेकर कर बन्द कराया जाएगा।