थरूर ने महिला सांसदों को कहा था आकर्षक, मांगी माफी:फारूक बोले-महिला PA नहीं रखेंगे, आजम ने की थी ओछी टिप्पणी, अधीर हुए शर्मिंदा
हाल ही में राष्ट्रपति के तौर पर द्रौपदी मुर्मु ने शपथ ली। पहली जनजाति राष्ट्रपति के तौर पर उन्हें जो सम्मान मिला था वह कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के ‘राष्ट्रपत्नी’ के संबोंधन की वजह से धूमिल हो गया। इसके बाद से जो घमासान मचा हुआ है, उसमें भाजपा की महिला सांसद कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रही हैं और सोनिया गांधी से माफी मांगने पर जोर डाल रही हैं।
हालांकि, सांसद अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अपनी उस टिप्पणी के लिए माफी मांग ली। उन्होंने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति पद के लिये भूलवश एक गलत शब्द का इस्तेमाल किया। चौधरी ने कहा, ‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह जुबान फिसलने से कारण हुआ। मैं माफी मांगता हूं और आपसे आग्रह करता हूं कि आप इसे स्वीकार करें।’
ऐसा पहली बार नहीं है जब संसद में महिलाओं को लेकर माफी मांगने का मुद्दा उठा हो। इससे पहले भी लाल कृष्ण आडवाणी, शशि थारुर, फारूक अब्दुल्ला, आजम खान जैसे बड़े नेताओं और सांसदों को माफी मांगनी पड़ी है।
महिला सांसदों संग फोटो खिंचाकर किया ऐसा ट्वीट कि मांगनी पड़ी माफी
8 महीने पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर का एक ट्वीट वायरल हो गया था जिसमें छह महिला सांसदों के साथ फोटो शेयर करते हुए थरूर ने लिखा, कौन कहता है कि लोकसभा काम करने के लिए आकर्षक जगह नहीं है? आज सुबह मेरे छह साथी सांसदों के साथ।
इस तस्वीर में कांग्रेस सांसद परनीत कौर और जोथिमनी, TMC सांसद नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती, NCP सांसद सुप्रिया सुले, DMK सांसद थमिज़ाची थंगापांडियन मौजूद थीं। तिरुवनंतपुरम से लोकसभा सांसद थरूर ने एक फोटो ट्वीट की। तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने यह फोटो ली थी जो थरूर ने पोस्ट की। थरूर के ट्वीट का लहजा कई लोगों को नागावार गुजरी। खासकर ‘आकर्षक’ शब्द के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई गई।
राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने लिखा था कि ‘आप संसद में उनके (महिला सांसदों) योगदान का अपमान कर रहे हैं।’ शशि थरूर की तस्वीर पर एक ट्विटर यूजर मोनिका ने लिखा, ‘मुझे यकीन है कि इस खुलेआम सेक्सिज्म पर वामपंथी उदारवादियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आएगी, जैसी उत्तराखंड के CM तीरथ रावत के फटे जींस विवाद पर आई थी।’
ट्रोलिंग के बाद माफी मांगी
शशि थरूर ने ट्रोलिंग के बाद माफी मांग ली। उन्होंने कहा कि सेल्फी मजाकिया अंदाज में ली गई थी और उन्होंने (महिला सांसदों) ने मुझसे उसी अंदाज में ट्वीट करने को कहा था। ‘आई एम सॉरी’ अगर कुछ लोगों को बुरा लगा हो, लेकिन मैं वर्कप्लेस पर ऐसे मेल-मिलाप के प्रदर्शन में शामिल होकर खुश था। बस इतनी सी बात है।’
आडवाणी को सोनिया गांधी से मांगनी पड़ी थी माफी, काले धन का था मामला
11 साल पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने काले धन पर आधारित भाजपा की एक रिपोर्ट में सोनिया गांधी और उनके परिवार का नाम लिखे जाने को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष से माफ़ी मांगी थी।
आडवाणी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा कि काले धन और बेनामी खातों के मामले में उनके और उनके पति राजीव गांधी के नाम की चर्चा किए जाने पर उन्हें खेद है।
गौरतलब है कि भाजपा की ओर से काले धन के मामले में जांच-पड़ताल के लिए बनाई गई टास्क फोर्स ने दावा किया था कि सोनिया इस मामले में लिप्त हैं और कई विदेशी बैंकों में उनके खाते हैं। उस दौरान टास्क फोर्स ने एकत्रित जानकारियों के आधार पर भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने ‘इंडियन ब्लैक मनी अब्रॉड इन सीक्रेट बैंक्स एंड टैक्स हैवन्स’ नामक एक किताब भी जारी की थी।
सोनिया गांधी ने इन दावों को गलत बताते हुए पत्र लिखकर कड़ी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि किसी विदेशी बैंक में उनका कोई खाता नहीं। इसके जवाब में पत्र लिखकर आडवाणी ने कहा, ”गांधी परिवार की ओर से इस तरह की सफाई पहले दी गई होती तो अच्छा रहता। मुझे खेद है कि इस मामले में आपके परिवार का ज़िक्र किया गया।”
फारूक अब्दुल्ला ने पहले कहा-महिला PA नहीं रखेंगे, फिर माफी मांगी
बात 6 दिसंबर 2013 की है जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें अब लड़कियों से बात करने में भी डर लगता है। इसके बाद उन्होंने कहा कि वह महिला PA भी नहीं रखेंगे। हालांकि, बाद में विवाद बढ़ता देख उन्होंने अपने बयान पर माफ़ी मांग ली।
संसद भवन के बाहर जब फारूक अब्दुल्ला से जस्टिस गांगुली मामले में प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, “अब तो यह हालत हो गई है कि आजकल लड़की से बात करने में भी डर लगने लगा है। मैं तो अब महिला सेक्रेटरी भी नहीं रखना चाहता हूं। कौन जानता है, कोई शिकायत कर दे और हम जेल पहुंच जाएं।”
जब एक रिपोर्टर ने फारूक अब्दुल्ला से पूछा कि क्या आप लड़कियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो उन्होंने जवाब दिया, “मैं लड़कियों को जिम्मेदार नहीं ठहरा रहा हूं। समाज की हालत ही ऐसी हो गई है। घर में अगर लड़का पैदा होता है तो हम खुश होते हैं, वहीं लड़की के होने पर रोने लगते हैं।” फारूक अब्दुल्ला के बयान पर तुरंत विवाद शुरू हो गया। यहां तक कि उनके बेटे और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी कहा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
दलगत मतभेदों से ऊपर उठकर सभी दलों की महिला नेताओं जैसे – CPM नेता बृंदा कारत, BJP नेता स्मृति ईरानी ने फारूक अब्दुल्ला के बयान की आलोचना की।
पूर्व महिला और बाल विकास मंत्री और कांग्रेस की नेता कृष्णा तीरथ ने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा, “हमारे संविधान में महिलाओं और पुरुषों को समान स्थान मिला है लेकिन अब तक महिलाएं डर कर जी रही हैं। अगर कोई ऐसा सोचता है तो उसे यह सोच बदलनी होगी।”
फारूक अब्दुल्ला ने माफी मांगते हुए यह भी कह डाला
चारों ओर से कड़ी आलोचना होने के कुछ ही देर बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उनके बयान से यदि किसी को दुख पहुंचा है तो वह माफी मांगते हैं। उन्होंने कहा, “मैं बहुत दुखी हूं कि लोग चीजों को गलत ढंग से ले रहे हैं और गलत ढंग से उद्धृत कर रहे हैं। किसी का अपमान करने का कोई सवाल ही नहीं है। मुझे लगता है कि अब इंसाफ होना चाहिए और संसद में जितनी जल्दी हो सके 33 फीसदी आरक्षण होना चाहिए।” फारूक ने आगे कहा, “अगर कुछ गलत हो गया है तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं। मेरा कहने का वह मतलब कतई नहीं था जो लोगों ने समझ लिया है।”
सांसद रमा देवी पर ओछी टिप्पणी कर फंस गए थे आजम खान, मांगनी पड़ी थी माफी
तीन साल पहले (26 जुलाई, 2019) की बात है रामपुर उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने स्पीकर की चेयर पर बैठीं सांसद रमा देवी पर ओछी टिप्पणी की। इसके बाद जो कुछ हुआ वो शायद इतिहास में पहले कभी देखा नहीं गया। संसद में मौजूद सभी महिलाएं तो ये भी भूल गईं कि वो किस पार्टी से हैं और एक सुर में विरेध पर उतर आईं।
महिला सांसदों ने सदन में आजम खान के बयान की निंदा की और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से एक्शन लेने की मांग की। मामला इतना बढ़ गया कि स्पीकर की अगुआई में सभी दलों के फ्लोर लीडर्स की बैठक हुई। कई महिला सांसदों ने लिखित में शिकायत करते हुए आजम खान को सस्पेंड करने की मांग की है। मामला इतना ज्यादा बढ़ा कि आजम खान को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही माफी मांगनी पड़ी।
BJP नेता जया प्रदा पर सांसद डॉ.एस.टी. हसन ने कर दी थी ओछी टिप्पणी
साल 2019 में मुरादाबाद के कटघर थाना इलाके में सपा सांसद आज़म खान के स्वागत में एक कार्यक्रम सपा नेता आरिज मियां ने रखा था।
आजम खान की मौजूदगी में बोलते हुए सपा सांसद डॉ. एस. टी. हसन ने जया प्रदा के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद जया प्रदा के मीडिया प्रभारी मुस्तफा हुसैन ने मुरादाबाद के कटघर थाने में आजम खां, अब्दुल्ला आजम, डॉ. एसटी हसन, सम्भल के पूर्व सपा जिलाध्यक्ष फिरोज खां, रामपुर नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन अजहर खां और आयोजनकर्ता आरिज मियां के खिलाफ मामला दर्ज किया कराया था। इस मामले में कोर्ट में पेश न होने पर रामपुर के पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर खां को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया था, जबकि अन्य आरोपी जमानत पर चल रहे हैं। यह मामला साल 2021 में हाई कोर्ट में पहुंच गया था।