मिलावटी मावा-पनीर खपाने व छिपाने का, गढ़ बना ग्वालियर, त्योहार पर ज्यादा खपत

अंचलभर में घटिया और मिलावटी माल तैयार करने के बाद इसे खपाने और छिपाने का गढ़ ग्वालियर को बना दिया जाता है …..

मिलावट का दागनअंचलभर से आता है नकली माल, खाद्य विभाग का मुखबिर तंत्र कमजोर

ग्वालियर … अंचलभर में घटिया और मिलावटी माल तैयार करने के बाद इसे खपाने और छिपाने का गढ़ ग्वालियर को बना दिया जाता है। ग्वालियर से रेल-सड़क का बेहतर नेटवर्क इसका मुख्य कारण है। माल कब चला गया और कब आ गया, किसी को पता ही नहीं चलता है। भिंड- मुरैना से लेकर देहात इलाकों में नकली मावा की भट्टियां लगाने वाले मावा को तैयार करके शहर के अलग-अलग ठिकानों पर रखते हैं। जैसे ही माल को भेजने के लिए सूचना आती है, गुपचुप निकाल दिया जाता है। इसके साथ ही बाहर से जो मावा या पनीर यहां लाया जाता है, उससे मिठाई तैयार कर यहीं त्योहार पर बेचकर मोटा मुनाफा कमा लिया जाता है। इसी पूरे नेटवर्क को खाद्य सुरक्षा विभाग के अफसर तोड़ नहीं पाते, क्योंकि मुखबिर तंत्र पूरी तरह सक्रिय नहीं है।

मुखबिर तंत्र ही कमजोर इसलिए रोज आ रहे वाहन: ऐसा नहीं है कि त्योहार के सीजन में ही मिलावटी माल लेकर शहर में वाहन आते हैं, यह सिलसिला पूरे साल चलता है, सिर्फ मात्रा कम ज्यादा होती रहती है। स्थानीय स्तर पर मुखबिर तंत्र फेल होने के कारण सूचनाएं चूक जाती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि खाद्य सुरक्षा टीम को मौके पर सूचना नहीं मिल पाती है।

ऐसे ग्वालियर को बना दिया बड़ा ठिकाना

1 राधिका बर्फी व मावा: धौलपुर में मीठे मावा बतौर तैयार होने वाली राधिका बर्फी व मावा सबसे ज्यादा तादाद में ग्वालियर भेजा जाता है। बुधवार को 2847 किलो मावा बस में बरामद किया गया था, जिसकी सैंपलिंग कर ली गई है। यह सवा चार लाख रुपये का मावा है, जिसे अब मालिक रिपोर्ट आने तक उपयोग नहीं कर सकेगा। इस बड़ी खेप से यह साफ है कि ग्वालियर को ठिकाने के साथ-साथ सप्लाई प्वाइंट भी बना दिया गया है।

  1. 21 क्विंटल मावा, यहीं बेचने की थी तैयारी: हाल ही में 21 क्विंटल मावा भी लोडिंग वाहन से बरामद किया गया। इसकी जांच में पता चला कि भिंड में मावा को तैयार किया गया और यहां पिंटो पार्क पर दुकान सजाने की तैयारी थी। इससे पहले ही मावा बरामद कर लिया गया। इससे यह साफ हुआ कि भिंड और मुरैना जैसे मिलावट के गढ़ में मावा तैयार किया जा रहा है और ग्वालियर लाकर इस मावा को खपाया जाता है। इस मावा को भी जब्त कर लिया गया है।

मिलावट को रोकने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। मुखबिर तंत्र को मजबूत करने हमने सभी विभाग के अधिकारियों के नंबर प्रसारित कर रखे हैं और लोगों से अपील भी कर रहे हैं। बाहर के मिलावटी माल को ग्वालियर में खपाने से रोकने का पूरा प्रयास किया जाता है।

अशोक चौहान, अभिहीत अधिकारी, खाद्य सुरक्षा

 

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