देश में भोपाल फिसड्डी …? नहीं डाल सके थे वोट …
700 बीएलओ ड्यूटी से गायब, इन्हीं की वजह से हजारों लोग नहीं डाल सके थे वोट …
- 31.13% मतदाताओं के वोटर लिस्ट से लिंक नहीं आधार
- 19.67 लाख में से केवल 6.14 लाख यानी 31.13 प्रतिशत मतदाताओं के ही आधार नंबर इकट्ठा हो सके हैं।
रायसेन रोड निवासी एके जैन बताते हैं कि उनके मोबाइल पर आए फोन पर एक व्यक्ति ने उनसे परिवार के सभी सदस्यों के आधार नंबर मांगे। खुद को बीएलओ बताने वाले इस व्यक्ति को मैंने आधार नंबर देने से इनकार कर दिया, क्योंकि आधार बैंक खाते आदि से जुड़ा हुआ है। मुझे आशंका है, इसका दुरुपयोग हो सकता है। व्यक्ति समक्ष में आकर मांगे तो ही हम आधार नंबर दे सकते हैं। कमला नगर में रहने वाले आरएस तिवारी ने कहा कि बीएलओ ने जब आधार नंबर मांगा तो हमने आधार नंबर पर दर्ज पता मतदाता सूची में दर्ज करने और उस हिसाब से नया मतदाता परिचय पत्र जारी करने को कहा तो उन्होंने इंकार कर दिया। यह दो तो केवल उदाहरण हैं, शहर में अनेक लोग ऐसी शिकायतें कर रहे हैं।
क्योंकि…बीएलओ को रिलीव नहीं कर रहे विभाग
उप जिला निर्वाचन अधिकारी संजय श्रीवास्तव ने कहा कि उन्होंने ड्यूटी से नदारद 700 बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। ज्यादातर का कहना है कि उनके विभाग प्रमुख उन्हें रिलीव नहीं कर रहे हैं। नतीजा, वे काम नहीं कर पा रहे हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रीय महत्व के इस काम के प्रति लापरवाही को देखते हुए वे संबंधित विभागों के कार्यालय प्रमुख (अफसरों) को नोटिस जारी करने जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि ऐसी स्थिति में संबंधित कार्यालय प्रमुख के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।
नाम जोड़ने और संशोधन की कार्रवाई अलग
मतदाता सूची में नाम जोड़ने और संशोधन करने की कार्रवाई अलग है। इसके लिए अलग-अलग फार्म हैं। ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करके यह काम किया जा सकता है।
केवल रिकॉर्ड में जोड़ रहे हैं आधार नंबर
श्रीवास्तव ने यह भी साफ किया कि अभी केवल आधार नंबर को मतदाता सूची के रिकॉर्ड में जोड़ा जा रहा है। यह नंबर मतदाता सूची में प्रकाशित नहीं होगा और न ही निर्वाचन कार्य से जुड़ा हुआ अमला इसे देख सकेगा। मतदाता परिचय पत्र को आधार से लिंक करने जैसे कोई निर्देश अभी नहीं मिले हैं। बीएलओ के माध्यम से घर-घर संपर्क करने के साथ मतदाता ऑऩलाइन भी इसे कर सकते हैं।