ग्वालियर : शहर की सड़कें बदहाल
शहर की सड़कें बदहाल, हर तरफ दिखतें हैं बस गड्ढे
शहर में कुछ साल पहले बनाई गईं सड़कें अब बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। हर गली-मोहल्ले में सड़कों पर गड्ढे दिखाई देते…
ग्वालियर . शहर में कुछ साल पहले बनाई गईं सड़कें अब बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं। हर गली-मोहल्ले में सड़कों पर गड्ढे दिखाई देते हैं। पॉश इलाके भी इससे अछूते नहीं हैं। नगर के कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां सड़कें कई सालों से खुदी पड़ी हैं, नगर निगम के जिम्मेदारों का उन पर ध्यान नहीं है। बारिश में इनकी हालत और खराब हो गई है। गड्ढों के कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है। पत्रिका टीम ने सड़कों की हकीकत जानने के लिए वार्ड -14 और वार्ड-58 के कुछ क्षेत्रों का भ्रमण किया और लोगों से बात की, तो लोग सड़कों को लेकर क्षेत्रीय पार्षदों और नगर निगम के अधिकारियों को कोसते नजर आए।
10 साल से खराब पड़ी हैं सड़कें
वार्ड-14 की सकरी गलियों में कचरा और गड्ढे दिखाई देते हैं। सेवा नगर निवासी शहीद यादव ने बताया यहां सड़कें 10 साल से खराब पड़ी हैं। जर्जर हो चुकीं गलियों की सुध कोई नहीं लेता। यहां कचरा पड़ा रहता है, जिससे बीमारियों का भय बना रहता है। पार्षद से कई बार बोला भी है, लेकिन वो दिलासा देकर चले जाते हैं।
आवागमन में आ रही समस्या
वार्ड-58 निवासी अनिल सिंह राजपूत ने बताया, बसंत विहार पॉश इलाका है, इसके बावजूद यहां सड़कों पर गड्ढे दिखाई दे रहे हैं। इन सड़कों को बने ज्यादा समय नहीं हुआ है, लेकिन हालत ये है कि बारिश न होने के बावजूद सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई देने लगते हैं। रोज बाइक से आना-जाना बहुत मुश्किल रहता है।
बदबूदार गलियों में रहने को मजबूर
वार्ड-14 के सेवा नगर में रहने वाले नारायण जाटव ने कहा, गंदगी के कारण बदबूदार गलियों में रहने का मन नहीं करता। एक तो किले के समीप होने से ये गलियां पहले से ही सकरी हैं, और यहां जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हैं। सड़कों पर कचरा होने से यहां चलने में भी परेशानी आती है। पार्षद से कई बार बोल चुके हैं, लेकिन कोई कुछ नहीं करता।
इनका कहना है
जो बहुआयामी प्रोजेक्ट के तहत कार्य हैं उन्हें सेकंड फेस के तहत कराया जा रहा है। शहर में कुछ जगहों पर जो छोटे छोटे कार्य अधूरे पड़े हैं उन्हें पहले फेस के तहत पूरा किया जायेगा। जहाँ जहां अव्यवस्था है वहां कार्य तीव्रता से कराने का प्रयास किया जायेगा।
किशोर कान्याल, नगर निगम आयुक्त