ग्वालियर में परियोजनाओं की प्रगति धीमी है ..!

10 माह में पूरी नहीं हो पाएंगी …

स्मार्ट सिटी की सीईओ नीतू माथुर ने  कहा कि शहर को आधुनिक और विकास की दौड़ में शामिल करने वाले ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कारपोरेशन की अधिकतर परियोजनाएं कछुए की गति से आगे बढ़ रही हैं…

 ……चर्चा में स्मार्ट सिटी की सीईओ नीतू माथुर ने सुविधाओं से जुड़े कई सवालों के दिए जवाब

ग्वालियर …  शहर को आधुनिक और विकास की दौड़ में शामिल करने वाले ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कारपोरेशन की अधिकतर परियोजनाएं कछुए की गति से आगे बढ़ रही हैं। जनता के लिए जो परियोजनाएं पूरी हुईं, उनमें से कई दम तोड़ चुकी हैं। वहीं स्मार्ट थीम रोड, डिजिटल म्यूजियम और प्लेनेटोरियम, सूत्र सेवा जैसी परियोजनाएं अधर में लटकी हुई हैं। इस मामले में स्मार्ट सिटी की नवागत सीईओ नीतू माथुर खुद स्वीकार करती हैं कि परियोजनाओं की प्रगति धीमी है। इनमें तेजी लाने की आवश्यकता है। नईदुनिया से साक्षात्कार में नीतू माथुर ने ऐसे ही सवालों के जवाब दिए।

सवाल: स्मार्ट सिटी की कई परियोजनाएं धीमी गति से चल रही हैं। इनमें तेजी लाने की क्या योजना है?

जवाब: यह सही है कि परियोजनाओं की प्रगति धीमी है, लेकिन उनके अलग-अलग कारण हैं। पूर्व में भी मैं सीईओ रही हूं। उस समय जो प्रगति थी, वही स्थिति अब भी है। अन्य विभागों से समन्वय न बन पाने के कारण तो कुछ अन्य न्यायालयीन प्रकरण के कारण परियोजनाएं पूरी नहीं हो रही हैं। इसके लिए अब हम एक्शन प्लान तैयार कर रहे हैं।

सवाल: पब्लिक बाइक शेयरिंग और सिटी बस सेवा जैसी परियोजनाएं पूरी होने के बावजूद फेल साबित हो रही हैं?

जवाब: सिटी बस सेवा में तो ज्यादा समस्याएं नहीं हैं। उसे ठीक किया जा सकता है, लेकिन पब्लिक बाइक शेयरिंग की स्थिति वाकई चिंताजनक है। लोग अब इन साइकिलों का उपयोग नहीं कर रहे हैं। ऐसे में अब हम दोबारा इस परियोजना के प्रचार प्रसार के प्रयास कर रहे हैं। इसमें हम कुछ एनजीओ का सहयोग लेने पर भी विचार कर रहे हैं।

सवाल: कार्य प्रगति के अलावा स्मार्ट सिटी की वित्तीय प्रगति भी बहुत मंद है। क्या लंबी प्रक्रिया के कारण पिछड़ रहे हैं?

जवाब: कार्य प्रगति धीमी होने के कारण ही वित्तीय प्रगति नहीं हो रही है। इसे तेज करना हमारी प्राथमिकता में है। यही कारण है कि अब हम वित्तीय प्रगति को तेज करने के लिए प्रक्रिया में संशोधन के विचार कर रहे हैं। कार्य प्रगति तेज होगी, तो वित्तीय प्रगति अपने आप तेजी होती जाएगी।

सवाल: स्मार्ट सिटी योजना सिर्फ जून 2023 तक ही है। ऐसे में क्या सभी परियोजनाएं पूरी हो सकेंगी?

जवाब: हमारा पूरा प्रयास है कि कार्यों में तेजी लाई जाए ताकि समय से इन्हें पूरा किया जा सके, लेकिन सिर्फ 10 माह में ये परियोजनाएं पूरी नहीं हो सकेंगी। इसका कारण यह है कि कई कार्य ऐसे हैं जो शुरू होंगे और उनके पूरे होने की अवधि 18 माह है। आईएसबीटी उनमें से एक है। ऐसे में ये परियोजनाएं बाद में पूरी हो पाएंगी।

 

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