ग्वालियर : सिर्फ लाइव चल रहे सीसीटीवी कैमरे, रिकार्डिंग अभी भी नहीं
ग्वालियर में चार दिन से सिर्फ लाइव चल रहे सीसीटीवी कैमरे, रिकार्डिंग अभी भी नहीं …
शहर के 125 पाइंट पर 569 सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह चालू नहीं है। चार दिन से शहर इन कैमरों के जरिये लाइव तो दिख रहा है, लेकिन इनमें रिकार्डिंग न होने की वजह से फिलहाल यह कैमरे किसी काम के नहीं हैं। न तो किसी अपराध होने पर रिकार्डिंग देखीजासकतीहै।
ग्वालियर। शहर के 125 पाइंट पर 569 सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह चालू नहीं है। चार दिन से शहर इन कैमरों के जरिये लाइव तो दिख रहा है, लेकिन इनमें रिकार्डिंग न होने की वजह से फिलहाल यह कैमरे किसी काम के नहीं हैं। न तो किसी अपराध होने पर रिकार्डिंग देखी जा सकती है। अगर कोई बड़ी घटना हो गई तो पुलिस के सीसीटीवी कैमरों से अपराधियों के भागने का रूट तक ट्रैक नहीं हो पाएगा। यह बहुत ही खराब हालात हैं, पुलिस अधिकारियों को इस बारे में पता है, फिर भी इसे लेकर गंभीर नहीं हैं।
दरअसल 11 सितंबर से ग्वालियर में लगे पुलिस के सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े थे। नौ दिन तक यह कैमरे बंद रहे, चौंकाने वाली बात तो यह है ग्वालियर हाईअलर्ट मोड पर था, क्योंकि प्रधानमंत्री की ट्रांजिट विजिट थी, पहले से प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से लेकर देश के दिग्गज नेता और तमाम वीवीआइपी शहर में थे। लेकिन सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े थे। जब …….. …..जाकर ग्वालियर पुलिस एव जिम्मेदार अधिकारी व् .पुलिस अधिकारियों की नींद टूटी। कैमरे बंद होने की वजह थी कैमरों के मेंटेनेंस का ठेका ओरियेन प्रो कंपनी के पास है। इस कंपनी के इंजीनियरों को तनख्वाह ही नहीं दी गई, जिसके चलते इन लोगों ने काम करना बंद कर दिया। इस कारण कैमरे ठीक ही नहीं हो रहे थे। जब ….. ने इस मामले को उठाया तो पुलिस अधिकारियों ने कंपनी के अधिकारियों से बात की। फिर कंपनी के अधिकारियों ने यहां कुछ टैक्नीशियन भेजे। सुधार कार्य शुरू हुआ, लेकिन कैमरे पूरी तरह चालू नहीं हो सके। अभी तक सिर्फ शहर लाइव ही दिख रहा है, रिकार्डिंग शुरू नहीं हुई क्योंकि अभी तक भोपाल के सर्वर से ग्वालियर का सर्वर कनेक्ट नहीं हो सका है। रिकार्डिंग भोपाल में ही होती है।