अवैध कॉलोनियां… डायवर्सन की अनुमति लेकर बेच रहे प्लॉट …!
बिलखिरिया से सूखीसेवनिया तक कट रहीं 40 अवैध कॉलोनी …
कोलार और रातीबढ़ के बाद अब भूमिया की नजरें बिलखिरिया से लेकर सूखीसेवनिया पर लगी है। यहां पर एक अनुमान के अनुसार 40 से अधिक कॉलोनियां काट दी गई हैं। जगह-जगह डायवर्सन के बैनर लगाकर लोगों को प्लॉट और फार्म हाउस बेचे जा रहे हैं। अकेले अयोध्या बायपास के पीछे ही 10 से ज्यादा कॉलोनियां कट रही हैं।
कई जगह तो ऐसे बैनर भी लगे मिल जाएंगे, जिनमें लिखा है सभी शासकीय अनुमति के साथ प्लॉट और फार्म हाउस हर साइज में उपलब्ध हैं। इतना ही नहीं जगह-जगह ऑफिस भी बन गए हैं। इसके बाद भी शासन और प्रशासन की नजर इस पर नहीं पड़ रही है। ऐसे में यह इलाके भी आगे चलकर रातीबड़ और कोलार की तरह लोगों और प्रशासन के लिए परेशानी बन सकते हैं। बाद में इसका खामियाजा खरीदारों को कॉलोनी को वैध कराने के लिए चक्कर लगाने और अधिक विकास शुल्क देकर चुकाना पड़ेगा।
कलेक्टर से लेते हैं डायवर्सन की परमिशन
बिलखिरिया से लेकर अयोध्या नगर के पीछे अरहेड़ी गांव, भानपुर, करोंद, विदिशा रोड तक करीब 40 से ज्यादा कॉलोनियां कट गई हैं। यहां पर सिर्फ कलेक्टर से डायवर्सन की अनुमति लेकर प्लॉट बेचे जा रहे हैं। इन पर एसडीएम से लेकर तहसीलदार, आरआई और पटवारी को कार्रवाई करना चाहिए, लेकिन वे हमेशा एक ही तर्क देते हैं कि शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई होगी।
नगर निगम की अनुमति तक नहीं
नगर निगम सीमा में ही अवैध कॉलोनी काटी जा रही हैं। नियमानुसार डायवर्सन के बाद नामांतरण, टीएंडसी और फिर बिल्डिंग परमिशन लेना होता है, लेकिन भू माफिया अधिक पैसा कमाने के लिए परमिशन नहीं लेते हैं। ऐसे में बाद में जब कॉलोनी को अवैध से वैध किया जाता है, तो विकास शुल्क रहवासियों से ही लिया जाता है।
159 अवैध कॉलोनियाें के खिलाफ एफआईआर हो चुकी
सरकारी रिकॉर्ड में ही 2016 के बाद 576 अवैध कॉलोनियां हो गई हैं। इनमें से 320 कॉलोनियों को वैध किया जा चुका है। साल 2016 के बाद बनी 255 कॉलोनियों को पूरी तरह अवैध मान लिया गया है। इनमें से 159 के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है, 96 के खिलाफ एफआई दर्ज करने की तैयारी चल रही है। भोपाल में अवैध काॅलोनियां बैरागढ़ चीचली, लांबाखेड़ा, मालीखेड़ी, बर्रई, दामखेड़ा, रातीबड़, नीलबड़, परवलिया सड़क, प्रियंका नगर, विदिशा रोड, नर्मदापुरम रोड, गेहूंखेड़ा, सेमरी, सुहागपुर, दौलतपुर, खजूरी कलां और खजूरी सड़क सहित अन्य क्षेत्र में विकसित हुई हैं।
- एसडीएम हुजूर आकाश श्रीवास्तव ने बताया कि अवैध कॉलोनियाें की अभी संख्या तो बताना संभव नहीं है, लेकिन नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
- गोविंदपुरा एसडीएम मनोज वर्मा का कहना है कि अगर कहीं अवैध कॉलोनी काटी जा रही हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।