एमपी में तेजी से बढ़ रहे पैसेवाले, इन्कम टैक्स में 19 फीसदी की जबर्दस्त बढ़ोत्तरी
एमपी में बढ रहे आयकरदाता, मप्र-छग ने दिया ₹35980 करोड़ का आयकर, आयकर कमिश्नर ने कहा, विभाग के प्रति विश्वास बढ़ने से लक्ष्य से ज्यादा तक पहुंचे, वित्तीय वर्ष 2022-23 में 31300 करोड़ का था लक्ष्य टैक्स में 19.21 फीसदी की बढ़ोत्तरी
भोपाल. एमपी अब पैसेवालों का प्रदेश बनता जा रहा है। यहां पैसेवाले तेजी से बढ़ रहे हैं और आयकर देने भी आगे आ रहे हैं। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में आयकर संग्रहण में जबर्दस्त बढ़ोत्तरी हुई है। हाल ये है कि मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग का कर संग्रहण लक्ष्य से आगे निकल चुका है।
आयकर विभाग का वित्तीय वर्ष 2022-23 में मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में कर संग्रहण का लक्ष्य 31300 करोड़ था जोकि बढ़कर 35980 करोड़ पहुंचा– आयकर विभाग का वित्तीय वर्ष 2022-23 में मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में कर संग्रहण का लक्ष्य 31300 करोड़ था। कर संग्रहण बढ़कर 35980 करोड़ पर पहुंच गया है। इस प्रकार कर संग्रहण में करीब 19.21 फीसदी की वृद्धि हुई है। आयकर विभाग के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त (मप्र-छग) मोहनिश वर्मा ने मीडिया से चर्चा करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग की तरफ आयकरदाताओं का विश्वास बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि ज्यादा संख्या में रिटर्न फाइल हो रहे हैं।
2022-23 के दौरान मप्र-छग में 7377.2 करोड़ रुपए का रिफंड जारी किया — रिफंड को लेकर आने वाली परेशानियों को लेकर उन्होंने कहा कि पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान मप्र-छग में 7377.2 करोड़ रुपए का रिफंड जारी किया गया। यह एक साल पहले की तुलना में 75 प्रतिशत अधिक है।
31 मार्च तक 89% याचिकाओं का निराकरण, टीडीएस में 25.82 फीसदी की वृद्धि— वर्मा ने बताया कि टैक्स डिडेक्टेड एट सोर्स (टीडीएस) में भी विभाग ने उपलब्धि हासिल की है। वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 2022-23 के दौरान टीडीएस के तहत संग्रह में 25.82 प्रतिशत की वृद्घि हुई है। जनता की शिकायतों पर बोले, 31 मार्च तक 89% याचिकाओं का निराकरण हुआ।