gwalior प्रशासन चुप : रोक के बाद भी सिंध रेत का अवैध खनन जारी ..
रोक के बाद भी सिंध के लुहारी, पवाया घाटों से रेत का अवैध खनन जारी, प्रशासन चुप
भितरवार | रेत के अवैध कारोबार को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा अब तक किए गए इंतजाम पूरी तरह बिफल हुए हैं। समय समय की गई छुटमुट कार्रवाहियों के बाबजूद जारी रेत का अवैध उत्खनन यही दर्शाता है। सिंध नदी के लुहारी, पवाया सहित अन्य घाटों से अवैध रूप से एकत्रित की गई रेत का परिवहन धड़ल्ले जा रही है। यहां से रेत भरकर दिन दहाड़े दौड़ रहे ओवर लोड बजरी के ट्रैक्टर, ट्रक खनन माफियाओं के मजबूत हौंसलों की ओर इशारा कर रहे हैं। वहीं रेत के इस अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए आईजी और एसपी द्वारा दिए कड़े निर्देश भी बेअसर साबित हुए हैं।
जानकारी के अनुसार भितरवार ब्लॉक के लुहारी और पवाया स्थित सिंध नदी घाट पर कुछ दिन रुकने बाद फिर से रेत माफिया सक्रिय होकर रेत के अवैध उत्खनन में जुटे हुए हैं। उनके द्वारा बारिश के मौसम को देखते हुए पनडुब्बियों के माध्यम से बड़ी मात्रा में रेत निकालकर डंप कर ली है। जिसे डंपर और ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर बाहर भेजी जा रही है। इन नदियों से ओवरलोड रेत भरकर दिनदहाड़े निकल रहे इन वाहनों को देखने के बाबजूद भी प्रशासन इन रेत माफियाओं पर कार्रवाही करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। ऐसी स्थिति में रेत का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है। वहीं बताते हैं कि कुछ दिनों पहले रेत के इस अवैध कारोबार को रोकने के उद्देश्य से आईजी और पुलिस अधीक्षक ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों को रेत के अवैध उत्खनन को रोकने के कड़े निर्देश दिए थे।
उनके ऐसे सख्त रवैये के बाद पुलिस ने रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को रोकने के लिए कुछ कार्रवाहियां की। लेकिन उसके बाद धीरे धीरे पुलिस प्रशासन ने इस ओर देखना बंद कर दिया। जिससे गहरी जड़ें जमा चुके खनन माफियाओं ने फिर से नदियों में रेत उत्खनन में प्रयुक्त मशीनें पनडुब्बी आदि उतार दी। और पूर्व की तरह अपना रेत का अवैध कारोबार जमा लिया। भले ही प्रशासन के अधिकारी रेत के अवैध खनन को रोकने पहुंचे लेकिन माफिया पकड़ नहीं सके।