सोम ग्रुप पर 500 IT अफसरों की छापेमारी !
सोम ग्रुप पर 500 IT अफसरों की छापेमारी
MP समेत 5 राज्यों में कार्रवाई, नकदी-दस्तावेज जब्त; आज खोले जाएंगे लॉकर
भोपाल में एमपी नगर जोन-2 स्थित सोम ग्रुप के ऑफिस पर आयकर विभाग की टीम ने कार्रवाई की।
आयकर विभाग के 500 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने सोम ग्रुप के यहां मारे गए छापे में करोड़ों की नकदी और दस्तावेज जब्त किए हैं। सोम ग्रुप के मालिक जगदीश अरोड़ा और उनके करीबियों के यहां मारे गए छापे में लॉकर बुधवार खोले जाएंगे। इनमें से जेवर और नकदी निकलने की संभावना है।
पांच राज्यों में छापे मारे गए हैं। मध्यप्रदेश के भोपाल के अलावा जम्मू, छत्तीसगढ़, दिल्ली, मुंबई की टीम कार्रवाई में शामिल हैं।
आयकर विभाग के अफसरों के अनुसार अकेले भोपाल में ग्रुप से जुड़े 30 ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की जा रही है। ग्रुप के मालिक अरोड़ा के अलावा ग्रुप के सीए, एसोसिएट और ग्रुप के जिम्मेदार पदों पर काम कर रहे अन्य अधिकारियों के घरों में भी आयकर विभाग की टीम की जांच जारी है। बताया गया कि महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, दिल्ली और मध्यप्रदेश में ग्रुप के ठिकानों पर कार्रवई की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में बिलासपुर समेत अन्य शहरों में जांच हो रही है। वहीं, मध्यप्रदेश में जबलपुर, इंदौर, रायसेन, भोपाल समेत अन्य शहरों में जांच की जा रही है। भोपाल शाहपुरा थाना क्षेत्र सहित कई जगह टैक्स चोरी के आरोप में एक साथ कार्रवाई की जा रही है।
तड़के 4 बजे से शुरू हुई कार्रवाई
आयकर विभाग की भोपाल में जांच की कार्रवाई मंगलवार तड़के 4 बजे से शुरू हुई है, जो बुधवार को भी जारी है। आयकर अफसरों की टीम रायसेन के सेहतगंज सुबह 6 बजे पहुंची। भोपाल के एमपी नगर जोन-2 स्थित कार्यालय पर सुबह 7 बजे दबिश दी। अफसर यहां एक कार और एक ट्रेवलर से पहुंचे।
ग्रुप के मुख्य कार्यालय पर दबिश के कुछ ही मिनट बाद कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के घर और ऑफिस पर अफसरों की दूसरी टीमों ने छापा मारा। इसके अलावा मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, कटक और बेंगलुरू में भी आयकर विभाग कार्रवाई कर रहा है। टीम के साथ CRPF के जवान भी मौजूद हैं।
कई देशों में ग्रुप का कारोबार
एल्को-बेवरेज/अल्कोहल इंडस्ट्री में सोम ग्रुप सेंट्रल इंडिया की सबसे बड़ी कंपनी है। सोम ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रोडक्ट कई देशों में एक्सपोर्ट भी होते हैं। इनमें अमेरिका, न्यूजीलैंड, जर्मनी, फिनलैंड, नार्वे, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया सहित करीब 28 देश शामिल हैं। आयकर अफसरों का मानना है कि ग्रुप द्वारा बनाई गई शैल कंपनियों में निवेश को लेकर भी खुलासा हो सकता है।
2021 में भी पड़ा था छापा
सोम ग्रुप पर 2021 में भी छापे की कार्रवाई की गई थी। इसके बाद दो साल में फिर गड़बड़ी की शिकायत और पुष्टि के बाद आयकर अफसरों ने एक साथ छापेमारी की है। सोम ग्रुप के यहां छापे में मिले इनपुट के आधार पर अब पड़े छापे में बड़े खुलासे होने की संभावना अफसरों ने जताई है।
सोम ग्रुप का कारोबार 1980 में शुरू हुआ
सोम ग्रुप के मालिक जगदीश अरोड़ा ने 1980 में अपने पिता के नाम पर पहला ड्रिस्ट्रीब्यूशन हाउस ‘मेसर्स मोहन एंड कंपनी’ शुरू किया। अरोड़ा अपने कारोबार में वृद्धि के लिए खुद डीलर्स के पास जाते थे। बाद में कंपनी को सोम ग्रुप ऑफ कंपनीज में बदल दिया गया।
अफसर-राजनेता भी घिरेंगे, ED भी ले सकती है एक्शन
आयकर अफसरों के अनुसार जिस तरह के दस्तावेज और अन्य जानकारियां सामने आ रही हैं, उसके बाद ग्रुप पर प्रवर्तन निदेशालय भी एक्शन ले सकता है। ग्रुप द्वारा बेंगलुरू और चेन्नई में शुरू किए गए बीयर के नए प्रोडक्ट भी जांच के घेरे में हैं। इसके साथ ही इस ग्रुप के विरुद्ध जांच में कुछ राजनेताओं और अफसरों के नामों का भी खुलासा हुआ है। इसके बाद आयकर विभाग इनके ठिकानों पर भी जांच पड़ताल के बाद कार्रवाई कर सकता है।
6 माह पहले सोम ग्रुप को CG में देशी शराब की सप्लाई की मिली अनुमति
छत्तीसगढ़ में शराब दुकानों का संचालन कॉर्पोरेशन करती है। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने एक्साइज निगम बनाए हैं। इस निगम में मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर राजनैतिक व्यक्ति की नियुक्ति की जाती है। यह नियुक्ति राज्य सरकार करती है। छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सोम ग्रुप को करीब छह महीने पहले ही छत्तीसगढ़ सरकार ने देशी शराब की सप्लाई की अनुमति दी थी।