200 करोड़ वाले उम्मीदवारों की कहानी !
रोजगार की तलाश में यूपी से इंदौर आए थे शुक्ला के पिता; पाठक को विरासत में मिली खदानें
चेतन्य काश्यप, संजय पाठक और संजय शुक्ला। विधानसभा चुनाव में ये तीनों सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। इनके पास 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति है।
रतलाम शहर से बीजेपी प्रत्याशी चेतन्य कश्यप दो फैक्ट्रियों के मालिक हैं। उन्होंने अपने दम पर इस कारोबार को खड़ा किया है। कटनी विजयराघवगढ़ से भाजपा प्रत्याशी संजय पाठक को विरासत में कारोबार मिला है। उनके पिता सत्येंद्र पाठक कांग्रेस सरकार में मंत्री थे। संजय पाठक का खदानों का कारोबार है। संजय पाठक 15 गाड़ियों और एक हेलिकॉप्टर के भी मालिक हैं। इंदौर-1 से कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला को भी विरासत में कारोबार मिला है। उनके पिता विष्णु प्रसाद शुक्ला ने इस कारोबार को खड़ा किया है।
इनके अलावा चौथे नंबर पर नरसिंहपुर जिले की तेंदूखेड़ा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी संजय शर्मा का नाम है। इनके पास भी 200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।
चुनाव लड़ रहे छह प्रत्याशियों के पास 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। इनमें बैतूल से कांग्रेस प्रत्याशी निलय डागा, रतलाम की आलोट सीट से निर्दलीय प्रत्याशी प्रेमचंद गुड्डू, इंदौर की देपालपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विशाल पटेल, शिवपुरी से कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह, छिंदवाड़ा से कांग्रेस प्रत्याशी कमलनाथ और धार सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रभा गौतम शामिल हैं।
200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति वाले प्रदेश के टॉप-3 प्रत्याशियों की कहानी
चेतन्य काश्यप : दो फैक्ट्रियों के फाउंडर मेंबर
चेतन्य काश्यप के दादा कन्हैया लाल काश्यप रतलाम के नगर सेठ थे। चेतन्य काश्यप ने 80 के दशक में कारोबार को आगे बढ़ाया। 1986 में काश्यप स्वीटनर्स प्रा. लि. कंपनी की स्थापना की। काश्यप स्वीटनर्स प्रा. लि. कंपनी की दो फैक्ट्रियां हैं। एक फैक्ट्री धार जिले के बदनावर और दूसरी गुजरात के वापी में है। काश्यप स्वीटर्नस सॉर्बिटॉल, लिक्विड ग्लूकोज, डेक्सटरोज, कॉर्न स्टार्च और कॉर्न सीरप जैसे प्रोडक्ट बनाती है।
31 मार्च 2022 तक कंपनी का सालाना टर्न ओवर लगभग 500 करोड़ रुपए था। इन दो फैक्ट्रियों के अलावा चेतन्य काश्यप के कई और कारोबार हैं, जिसमें प्रमुख रूप से काश्यप फाइनेंस प्रा. लि., काश्यप होटल्स प्रा. लि. और काश्यप पब्लिकेशन्स प्रा. लि. हैं। चेतन्य काश्यप ने चुनाव आयोग के सामने पेश किए हलफनामे में 296 करोड़ से ज्यादा संपत्ति बताई है। उन्होंने इसे व्यवसाय, किराया, डिविडेंड और ब्याज से अर्जित बताया है।
संजय पाठक, विधानसभा-विजयराघवगढ़
अंग्रेजी में एक मुहावरा है ‘बॉर्न विद अ सिल्वर स्पून’। संजय पाठक पर ये मुहावरा फिट बैठता है। उन्हें संपत्ति विरासत में मिली है। संजय पाठक के पिता सत्येंद्र पाठक कांग्रेस सरकार में मंत्री थे। इनके मप्र के नेशनल पार्क जैसे- कान्हा और पेंच के अलावा खजुराहो में सायना नाम से हेरिटेज होटल की चेन है। इसके साथ ही आयरन, बॉक्साइट, कोल आदि की माइन्स के ठेके भी संजय पाठक ने ले रखे हैं। इनकी इंडोनेशिया में भी कोल माइन्स हैं। संजय पाठक ने चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र में कुल संपत्ति 242 करोड़ से ज्यादा बताई है।
पाठक एक हेलिकॉप्टर और 15 लग्जरी गाड़ियों के मालिक हैं। हालांकि, इस पुश्तैनी कारोबार से संजय पाठक खुद को अलग कर चुके हैं। ज्यादातर कारोबार में उनकी पत्नी निधि पाठक की हिस्सेदारी है। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के अनुसार निधि पाठक ने जीओ माइन इंडस्ट्री, जबलपुर, निर्मल छाया नेचर रिसॉर्ट, कोलकाता, सायना एग्रीकल्चर प्रा. लि. न्यासा, कटनी यश लॉजिस्टिक प्रा. लि. कटनी, जीयो माइन आयरन मेनुफेक्चरिंग प्रा. लि. कटनी में निवेश किया है। निधि पाठक के पास 106 करोड़ से ज्यादा की चल और अचल संपत्ति है।
संजय शुक्ला, विधानसभा- इंदौर-1
सबसे अमीर प्रत्याशियों में तीसरे नंबर पर संजय शुक्ला हैं। संजय शुक्ला को भी कारोबार विरासत में मिला है। यूपी का रहने वाला शुक्ला परिवार 60 के दशक में रोजगार के सिलसिले में इंदौर आया था। संजय के पिता विष्णु प्रसाद शुक्ला ने इंदौर की मिल में नौकरी भी की। इसके बाद उन्होंने रेल गोदाम के सामान को बैलगाड़ियों से ढोने का काम शुरू किया। समय बदला, बैलगाड़ियों की जगह गाड़ियां आ गईं। कारोबार को बढ़ाया और बसों का संचालन शुरू कर दिया। धीरे-धीरे ये कारोबार बढ़ता गया और एक बड़े ट्रांसपोर्ट बिजनेस में तब्दील हो गया है।
80 के दशक तक शुक्ला परिवार बड़े कारोबारी के रूप में अपनी पहचान बना चुका था। विष्णु प्रसाद के बेटे राजेंद्र और संजय शुक्ला ने कारोबार की कमान संभालने के साथ राजनीति के क्षेत्र में अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन सफलता संजय शुक्ला को मिली। शुक्ला परिवार प्रॉपर्टी, वेयर हाउस, फाइनेंस, कृषि, ट्रांसर्पोटेशन, कार्गो, पब्लिक लि. कंपनीज के 10 से ज्यादा कारोबार से जुड़ा है। चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र में संजय शुक्ला ने 217 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति बताई है। शुक्ला के पास क्रेन, ट्रॉला जैसी 75 गाड़ियां हैं। 13 आवासीय भवन और 10 किलो से ज्यादा सोना है।